Gaya Railway Station: भारतीय रेलवे 244 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बिहार के गया रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास करने के लिए पूरी तरह तैयार है। आईटी/एक्सचेंज और आरएमएस बिल्डिंग छत फर्श स्लैब कास्टिंग पूरी हो चुकी है। रेल मंत्रालय ने घोषणा करके जानकारी दी कि उत्तर की ओर मल्टीलेवल बाइक पार्किंग रैंप की ढलाई और आईटी/एक्सचेंज, आरएमएस और अराइवल वेस्ट बिल्डिंग की ईंटों का काम वर्तमान में प्रगति पर है।
Gaya Railway Station Development
गया रेलवे स्टेशन की बात करें तो यह मुगलसराय रेलवे डिवीजन में स्थित है। यह पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) क्षेत्र के अंतर्गत आता है। रेलवे स्टेशन की दिलचस्प बात यह है कि ग्रैंड कॉर्ड रेल लाइन, जो हावड़ा और नई दिल्ली को जोड़ती है, गया से होकर गुजरती है। रेल नेटवर्क द्वारा यह अच्छे सुनिश्चित किया गया है कि गया अधिकांश राज्यों से जुड़ा हुआ है। चुकी गया भारत के अतंरराष्ट्रीय पर्यटक स्थलों मे से एक हैं यहाँ पर विदेशी पर्यटकों लाखों की संख्या मे आते है।
अन्य शहरों के साथ अच्छी कनेक्टिविटी
गया से, दो अन्य ब्रॉड-गेज रेल लाइनें भी हैं – एक किऊल रेलवे स्टेशन के लिए और दूसरी पटना के लिए। बता दे शहर में दो प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं – मानपुर जंक्शन और गया जंक्शन। दैनिक यात्री और एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं के साथ, गया को बिहारशरीफ, राजगीर, इस्लामपुर, पटना, जहानाबाद और नवादा के साथ अच्छे से जोड़ा गया है।
शहर का उल्लेख पुराणों में भी
गया जिले के बात करें तो यह बिहार राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह राज्य की राजधानी पटना से लगभग 100 किमी दूर स्थित है। यह प्राचीन शहर फल्गु नदी (निरंजना, जैसा कि रामायण में वर्णित है) के तट पर विकसित हुआ था।शहर का उल्लेख रामायण और महाभारत में मिलता है।
गया शहर खासकर हिन्दू तीर्थयात्रियों के बीच काफी प्रसिद्ध है। यहां का विष्णुपद मंदिर पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु के पांव के निशान पर इस मंदिर का निर्माण कराया गया है।जिसके चलते इसकी मान्यता बहुत अधिक है।