Bihar Shiksha Sevak: बिहार के शिक्षा सेवकों के लिए बड़ी खुशी की खबर सामने आयी है। दरअसल, राज्य के राज्य के 27 हजार शिक्षा सेवकों को बढ़ा मानदेय अक्टूबर से मिलेगा। आपको बता दें इसी सप्ताह राज्य मंत्रिमंडल द्वारा शिक्षा सेवकों की मानदेय राशि को 11 से बढ़ाकर 22 हजार रुपये कर दिया गया है।
अभी दिया जा रहा 11 हज़ार का मानदेय
इस बारे में शुक्रवार को शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश से करीब 27 हजार शिक्षा सेवकों को तत्काल लाभ प्राप्त होगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के हस्ताक्षर से जारी निर्देश में कहा गया है कि शिक्षा सेवक एवं शिक्षा सेवक (तालीमी मरकज) को अभी मासिक मानदेय 11 हजार मिल रहा है।
एक जुलाई से की गई वृद्धि
इसके अलावा इन्हें ईपीएफ का लाभ भी दिया जा रहा है, जिसके तहत मानदेय का 13 प्रतिशत अर्थात राज्य सरकार द्वारा मानदेय के अलावा 1430 राज्य और दिया जा रहा है।
निर्देश में कहा गया है कि अक्टूबर से इन सभी का मानदेय 22 हजार रुपये प्रतिमाह करने और राज्य सरकार द्वारा EPF के लिए समानुपातिक अंशदान की वृद्धि के साथ ही एक जुलाई से प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि की स्वीकृति प्रदान की जाती है।
5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि
न्यूनतम एक साल निर्बाध सेवा देने वाले शिक्षा सेवक को 5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि का लाभ प्राप्त होगा।
योजना से होगा ये लाभ
जारी किए गए आदेश में यह भी बताया गया है कि, बिहार सरकार द्वारा समाज के अभिवंचित वर्ग के बच्चों ओर महिलाओं के शिक्षा से जोड़ने के लिए महादलित, दलित एवं अल्पसंक्यक अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल नामक योजना का संचालन किया जा रहा है।
इस योजना से उम्मीद है कि महादलित, दलित और अल्पसंख्यक अतिपिछड़ा वर्ग के बच्चे प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे, कहीं अशिक्षित महिलाएं शिक्षित बनेंगी और ये समाज के मुख्यधारा में शामिल होंगी।
आपको बता दें इस योजना में कार्यरत सभी शिक्षा सेवक महादलित, दलित एवं अल्पसंख्यक अतिपिछड़ा वर्ग से ही आते हैं और उन्हीं के बीच काम करते हैं। जिससे सीधा लाभ उन्हें मिलता है.