Saudi: भारत देश में मंदिरों की संख्या अनगिनत है। इनमें से कई सारी मंदिरे काफी पुरानी होने के साथ ही बहुत प्रसिद्ध भी है। इन मंदिरों में रोज हजारों श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है लेकिन आपको बता दें कि इनमें से कुछ मंदिरों के नियम काफी सख्त हैं जिसके तहत मंदिर के अंदर गैर-हिंदूओं के प्रवेश की मनाही है। यानि कि इन मंदिरों में केवल हिंदू ही जा सकते हैं। किसी भी अन्य जाति,धर्म या सम्प्रदाय के लोग मंदिर में नहीं घुस सकते । जैसे कि उड़ीसा का जगन्नाथ मंदिर, वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर, माउंट आबू का दिलवारा मंदिर इत्यादि।
ये तो रही बात हिंदुओं की। ठीक इसी तरह है मक्का ! इस्लाम के पवित्र तीर्थ स्थल पर यदि कोई गैर-मुस्लिम चला जाए तो उसका अंजाम क्या होगा, आप सोच भी नहीं सकते ! मगर ऐसा क्या हो जाएगा गैर मुस्लिमों के साथ मक्का में एंट्री लेने पर, क्यों है मनाही.
Also Read: Ramzan Saudi: रमजान से पहले सऊदी अरब में इन 5 चीजों पर लगी रोक
गैर-मुस्लिम को नहीं मिलती एंट्री
दी जाती है स्पेशल परमिट
बता दें मक्का में जाने के लिए एक विशेष परमिट की आवश्यकता पड़ती है जो इस बात का सबूत होता है कि यहां जा रहा व्यक्ति मुस्लिम है। परमिट देते वक्त इस बात का विशेष ख्याल रखा जाता है कि यहां गलती से भी कोई गैर-मुस्लिम न जा पाएं। मान लीजिए कि बावजूद इसके कभी ऐसा हो जाता है तो उस इंसान पर सरकार की ओर से जुर्माना लगाया जा सकता है या उसे देश से निकाल भी दिया जा सकता है। बता दें सऊदी में दी जाने वाली सजा दुनिया के सबसे कठोर सजाओं में से एक है.