Indian Expat In Saudi : हमने आपको महीने पहले एक खबर दी थी की एक भारतीय प्रवासी की मौत सऊदी में हो गई थी। साल बीत जाने के बाद भी शव घर नहीं लौट सका था। बूढी माँ की आंखें रो रो कर पथरिया गई थी अब आपको बता दे की आखिरकार अब उन आँखों को सुकून मिला जो 14 महीने बाद अपने मृत बेटे के दर्शन कर सकी है । आपको बता दे की सऊदी अरब के जेद्दा में 30 मार्च 2022 को एक भारतीय प्रवासी की मौत हो गई थी लेकिन चूँकि मौत संदिघ्द परिस्थितियों में हुई थी इसीलिए शव को भारत में आने में 14 महीने मतलब एक साल से ऊपर हो गया। मृतक का नाम मोहम्मद आलम है। जिसका शव सऊदी सरकार ने सोमवार को भेज दिया है। करीब 14 महीने के बाद शव घर पर आया तो परिजनों की आंखों से आंसूओं की धारा बह निकली।
30 मार्च 2022 को हुई थी मौत
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नमाज पढ़कर बेटे की मगफिरत की दुआ मांगने वाली मां और परिवार को अंतिम दर्शन हो सके। असर की नमाज के बाद मोहल्ला मेहमान शाह स्थित कब्रिस्तान में मोहम्मद आलम को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। साल 2013 में सऊदी अरब के जेद्दा में ठेका लेकर रंगाई-पुताई का काम करने वाले मोहम्मद आलम की मौत 30 मार्च 2022 को हो गई थी। आलम की मौत की खबर उनके परिजनों को एक महीने के बाद 30 अगस्त को दी गई थी। मोहम्मद आलम की मौत के बाद से परिजन काफी सदमें में थे । तब से आलम के भाई आफताब शव को भारत लाने के लिए प्रयास में जुटे थे।
स्थानीय अफसरों से लेकर विदेश मंत्रालय तक पैरवी की गई । व्हाट्सएप कॉल के जरिये सऊदी अरब सरकार के जिम्मेदारों से आफताब की बात हुई थी। आफताब के अनुसार, आलम की हत्या की गई थी। जिसका आरोप आलम के साथ रहने वाले दोस्तों पर लगा है। सऊदी सरकार ने जांच पूर्ण होने के बाद शव भेजने का वादा किया था। लगातार मिल रहे आश्वासनों के बाद भी आफताब ने हिम्मत नहीं हारी। उनकी मेहनत रंग लाई। सोमवार को सऊदी अरब से लखनऊ के लिए ताबूत में आलम का शव भेजा गया। लखनऊ में आफताब को आधार कार्ड दिखाने के बाद शव सुपुर्द कर दिया गया। परिजनों ने कहा कि अल्लाह ने उनकी फरियाद को सुन लिया।
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भाई ने सभी का आभार जताया
करीब 14 महीने के बाद आए शव को परिवार के लोग अधिक देर तक रोकना नहीं चाहते थे। इसलिए रिश्तेदारों को पहले ही खबर कर दी गई थी। जनाजे की तैयारी भी कर दी गई। शव आने से पहले घर के बाहर भीड़ लग गई। एंबुलेंस के आते ही मां मरियम बिलख पड़ी। लंबा इंतजार कर बेटे के अंतिम दर्शन के लिए दिन-रात दुआ करने वाली मरियम की आंखों से आंसू निकल पड़े। भारी मन से बेटे को विदा किया। वही भाई ने सभी का आभार जताया आलम के शव की वापसी के लिए प्रयास करने वाले आफताब आलम ने बताया कि उनकी सभी ने काफी मदद की। मंत्री सुरेश खन्ना, एसपी एस.आनंद व एलआईयू इंस्पेक्टर सीपी सिंह के प्रयास की सराहना करते हुए आभार जताया।