Adhar PAN Card आज के समय में सबसे जरूरी दस्तावेजों में से एक है. इसके बिना कोई भी काम होना नामुमकिन सा है. इन कार्डों के बढ़ते उपयोगिता के चलते आज-कल फ्रॉड के कई मामले सामने आते रहते हैं. जिसका भुगतान भोले-भले लोगों को भुगतना पड़ता है. शातिर धोकेबाज़ी करने वाले लोग कई ऐसे तरीके आजमाते है जिसमे आम जनता फंस जाती है. ऐसे में कही भी अपना आधार कार्ड या पैन कार्ड देने से पहले या उसके डिटेल भरने से पहले ध्यान रखे.
रहें सावधान
इन शातिर फ्रॉड करने वालों से बचने के लिए आपको सावधान रहने कि जरूरत है. कही भी अपना पैन डालने से बचें. जब तक इसकी अति आवश्यकता न हो अपने कार्ड के डिटेल न दें. किसी भी वेबसाइट पर पर डिटेल भरने से पहले उसकी प्रामाणिकता को जांच करें। पैन कार्ड कि बजाय ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी और आधार कार्ड जैसे अन्य आईडी विवरणों भरें, जो कम असुरक्षित हो।
केवल प्रामाणिक लोगों या कंपनियों को पैन की फोटोकॉपी जमा करें। साथ ही इन फोटोकॉपी पर तारीख के साथ अपना हस्ताक्षर जरुर करें। इसके अलावा ऑनलाइन पोर्टल्स पर अपना पूरा नाम और जन्म तिथि दर्ज करने से भी बचें। आपको बता दें आपके इस विवरण का उपयोग आपके पैन को ट्रैक करने के लिए भी किया जा सकता है।
क्या हैं नुकसान
● अगर आपका डिटेल गलती से भी साइबर अपराधियों के हाथ लग गया तो वो आपके साथ आर्थिक धोखाधड़ी कर सकते हैं.
● आपके बैंक अकाउंट के डिटेल को निकाल कर आपके अकाउंट से पुरे पैसे खली भी कर सकते हैं.
● आपके डेटा से गलत पहचान बनाकर उसका इस्तेमाल अवैध कामों में किया जा सकता है
● आपको Scammers ऑनलाइन परेशान कर कर सकते हैं, इसके अलावा अनचाहे नंबर से भी आपको कॉल आने शुरू हो सकते हैं.
● निजी मैसेज, चैट या तस्वीरें लीक होने से शर्मिंदगी का खतरा बना रहता है.
● दवा का अवैध कारोबार करने वाले आपके मेडिकल डाटा का इस्तेमाल कर सकते हैं.
● किसी प्रकार का अवैध काम में आपको आसानी से फंसाया जा सकता है.
पब्लिक डोमेन से क्या डेटा लीक हुआ
डेटा चोरी होने और ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लोकल सर्कल द्वारा किए गए एक सर्वे में ज्यादातर लोगों ने इस बात को माना कि उनका डेटा सबसे ज्यादा चोरी पब्लिक डोमेन से हुआ है.
- आधार नंबर 53%
- पैन कार्ड नंबर 50%
- वोटर आईडी नंबर 25%
- क्रेडिट डेबिट कार्ड नंबर 22%
- मोबाइल नंबर 72%
- ईमेल एड्रस 63%
- सालाना इनकम 09%
- अन्य जानकारियां 19%