UAE : कुछ समय पहले एक खबर सामने आई थी. जिसमें एक बेटे ने अपने पिता जिनकी मौत संयुक्त अरब अमीरात हुयी थी, उसने पिता को शव को भारत वापस मंगवाने की गुहार की थी. साथ ही उसने बकाया सैलरी को भी दिलाने की गुहार की थी. बताया गया था उनके पिता की मौत संयुक्त अरब अमीरात में अपने वेतन का इंतजार करते हुए हुआ था. मरने वाले तेलंगाना के व्यक्ति का शव 6 मार्च को ज़हीराबाद, संगारेड्डी में उसके परिवार को लौटा दिया गया। हालाँकि वेतन को लेकर किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी गयी है.
UAE में हार्ट अटैक से हुई थी मौत
शेख निज़ामुद्दीन की 24 फरवरी को कार्डियक अरेस्ट के कारण संयुक्त अरब अमीरात के फ़ुजैरा में मृत्यु हो गई और वह एक महीने पहले अपनी सबसे छोटी बेटी की शादी में भी शामिल नहीं हो पाए क्योंकि उनके नियोक्ता जिनकी कंपनी लगभग तीन साल पहले बंद हो गयी थी. उसके बाद उन्हें उनका बकाया भुगतान नहीं किया था।
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, निज़ामुद्दीन 20 वर्षों में भारत की केवल दो यात्राएं कर सके और आखिरी बार 2018 में अपने घर गए थे.
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विदेश मंत्रालय से मांगी मदद
पिता की मृत्यु के बाद उनके बेटे ने पत्र में विदेश मंत्रालय से मदद की अपील की थी। शेख निज़ामुद्दीन के बेटे शेख आमिर ने कहा कि उन्हें 24 फरवरी को एक कॉल में कार्डियक अरेस्ट के कारण उनके पिता की मृत्यु की जानकारी मिली।
उन्होंने बताया की उनके पिता अपने Salary Settlement के लिए संयुक्त अरब अमीरात में रह रहे थे, जिस कंपनी में ड्राइवर के रूप में काम करते थे वह तीन साल पहले ही बंद हो गया था, किन्तु उनकी सैलरी नहीं दी गयी थी.
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परिवार को था पिता का सहारा
आमिर ने पत्र में बताया, उनके पिता परिवार में कमाने वाले एकमात्र व्यक्ति थे. उन्होंने अपने पिता का वेतन और निपटान राशि वापस दिलाने में मदद करने का अनुरोध किया. मजलिस बचाओ तहरीक के नेता अमजद उल्लाह खान ने मृतक के शव को संयुक्त अरब अमीरात से वापस लाने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। MBT के प्रवक्ता ने शेख आमिर द्वारा लिखे गए पत्र को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया।