UAE – Saudi : संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद दिल्ली के ताज मानसिंह होटल में ठहरे थे। उनकी कड़ी सुरक्षा के बीच ठहरे UAE के राष्ट्रपति की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश की गई। रविवार को एक व्यक्ति ने खुद को सऊदी अरब का पुलिस अधिकारी बताकर राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद से मिलने पहुंच गया। बिना किसी पूर्व सूचना के यूएई के राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे इस शख्स को देख वहां मौजूद लोग हैरत में पड़ गए। 35 वर्षीय मोहम्मद घरावी ने बतया कि वह भारी आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और वह राष्ट्रपति से मदद मांगने आया था। भारत और यूएई की सुरक्षा एजेंसियों ने व्यक्ति से संयुक्त रूप से पूछताछ की है।
चोरी से होटल में घुसा
Also Read – UAE Jobseeker Visa : बिना Sponser के इस वीजा के माध्यम से जा सकते है UAE
सूत्रों के अनुसार, वह शख्स सऊदी अरब से दिल्ली आकर एरोसिटी के होटल पुलमैन में ठहरा था. इसमें अर्जेंटीना के राष्ट्रपति भी ठहरे हुए हैं. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए होटल की सभी गाड़ियों (निजी टैक्सी) पर विशेष पास लगाए गए हैं, ताकि अन्य गाड़ियां होटल के भीतर प्रवेश न कर सकें. होटल से इस शख्स ने सफर करने के लिए एक गाड़ी मांगी. उसे जो गाड़ी दी गई, उस पर होटल में प्रवेश से संबंधित पास लगा हुआ था. इसके बाद वह उसमें सवार होकर नई दिल्ली के होटल ताज मान सिंह में पहुंच गया.
गाड़ी पर पास लगे होने के चलते उसे न तो रास्ते में रोका गया और ना ही होटल में प्रवेश करने पर कोई पूछताछ हुई. कड़ी सुरक्षा के बीच वह बिना जांच और पूछताछ के होटल के भीतर प्रवेश कर गया. वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उससे कोई पूछताछ नहीं की. वह होटल की लॉबी में बैठकर राष्ट्रपति का इंतजार करने लगा. कुछ देर बाद राष्ट्रपति सुरक्षाकर्मियों के साथ बाहर निकलने लगे तो वह शख्स उनकी तरफ तेजी से बढ़ने लगा. यूएई के सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उसे रोक लिया. उससे पूछताछ में पता चला कि वह सऊदी अरब का रहने वाला है.
यूएई के राष्ट्रपति से मदद मांगने पंहुचा
Also Read – UAE Labour Law: अगर कोई कामगार सार्वजनिक छुट्टी में करता है काम तो क्या है अधिकार, एक क्लिक में जानिए
शख्स की पहचान 35 वर्षीय मोहम्मद घरावी के रूप में हुई है। खुद को सउदी अरब का पुलिस अधिकारी बताने वाले इस शख्स ने बताया कि वह रियाद में पुलिस विभाग में डेस्क जॉब करता था। उसने सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ में बताया कि इस समय वह वित्तीय संकट से जूझ रहा था। इसलिए वह यूएई के राष्ट्रपति से मदद चाहता था क्योंकि उसने सुना था कि वह एक दयालु व्यक्ति हैं। घरावी ने बताया कि वह मानवीय आधार पर राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद से मिलना चाहता था। पकड़े गए पुलिस अफसर ने यह भी दावा किया कि उसके भाई को एक लाइलाज बीमारी है और उसका इलाज कराते-कराते कर्ज में डूब गया है। कर्ज चुकाने और भाई के इलाज के लिए उसे पैसों की जरूरत थी। इसलिए वह यूएई के राष्ट्रपति से मदद मांगने आया था।