UAE On War : शनिवार को हमास द्वारा इजरायल के शहर पर रॉकेट दागने के बाद से फिलिस्तीन और इजरायल के बीच खौफनाक जंग जारी है. हमास के हमले के बाद इजरायल गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. इस लड़ाई को लेकर दुनिया भर के देशों ने प्रतिक्रिया दी है. अमेरिका ने इजरायल की मदद करते हुए अपना गोला-बारूद से लैस प्लेन भेजा है. तमाम पश्चिमी देशों ने इजरायल का समर्थन किया है. वहीं, इस्लामिक देश फिलीस्तीन की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. जहां सऊदी अरब लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे पर बातचीत कर रहा है तो दूसरी तरफ मिस्र ने फिलीस्तीन को मानवीय सहायता भेजने का ऐलान किया है.
यूएई ने भी किया बड़ा ऐलान
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यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए दो करोड़ डॉलर की मदद की घोषणा की है. रिपोर्ट के मुताबिक, यह सहायता राशि निकट भविष्य में संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी के माध्यम से फिलिस्तीन को दी जाएगी. इस सहायता राशि का मकसद फिलिस्तीन के जरूरतमंद लोगों को तत्काल राहत और सहायता प्रदान करना है. हालांकि, यूएई ने इजरायल पर हमास के हमले की कड़ी निंदा की है.
UAE ने इस हिंसा के लिए सीधे-सीधे फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास को जिम्मेदार ठहराया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजराइली शहरों और गाजा पट्टी के नजदीक के गांवों पर हमास के हमले से संघर्ष ने भीषण रूप ले लिया है। हमास ने आबादी वाले इलाकों पर हजारों रॉकेट दागे हैं। इजराइली लोगों को उनके घरों से निकाल कर बंधक बनाया गया है। UAE ने कहा है कि दोनों ओर के नागरिकों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत पूरी सुरक्षा मिलनी चाहिए। उन्हें संघर्ष का निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।
UAE ने सामने रखा है अपना पक्ष
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UAE भी दूसरे मुस्लिम देशों की तरह ही इस विवाद में खुलकर फिलिस्तीन का समर्थन करता रहा है। हालांकि, अमेरिका की कोशिशों के चलते सितंबर 2020 में UAE और बहरीन ने इजराइल के साथ अब्राहम समझौता किया और उससे राजनयिक संबंध स्थापित किए। UAE और बहरीन इजराइल के साथ संबंध स्थापित करने वाले पहले अरब देशों में शामिल हैं।
वही OIC में सऊदी अरब और उसके सहयोगी देशों का दबदबा माना जाता है. इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर शांति और सद्भाव बनाते हुए मुसलमानों की सुरक्षा करना है. हमास और इजरायल के बीच जंग शुरू होने के बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से फोन पर बात करते हुए कहा कि सऊदी अरब, फिलस्तीनी लोगों के अधिकार हासिल करने, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति प्राप्त करने में हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा. इसके अलावा, सऊदी अरब ने कहा कि हमें फिलिस्तीन का समाधान निकालने की जरूरत है.
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलामन ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी से इस मुद्दे पर बात की है. बातचीत के दौरान दोनों देशों ने गाजा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में तनाव को रोकने के प्रयासों को तेज करने पर सहमति व्यक्त की है.