UAE Indian Kidnap : UAE से एक ऐसी खबर निकलकर जिसे हर एक प्रवासी को जानना जरुरी है ताकि आप भी किसी पर अच्छे काम की तलाश में भरोसा ना करें। बता दे उदयपुर जिले के वल्लभनगर स्थित सियाखेड़ी गांव से राेजगार के लिए दुबई गए 34 वर्षीय युवक पवनदास वैष्णव का वहां बदमाशाें ने अपहरण कर लिया। बदमाशाें ने उसे बंधक बनाकर दुबई में रखा और फिर कामगार के भारतीय घर पर फाेन कर 15 लाख रुपए की फिराैती मांगी और पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। परिजन स्थानीय लोगों की सहायता से केंद्र सरकार के पास पहुंचे और युवक अपहरणकर्ताओं के चंगुल से निकलकर अपने देश लौटा. यहां लौटने के बाद उसने अपनी आप बीती बताई.
15 जुलाई को दुबई काम करने पहुंचा था कामगार
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युवक का नाम पवनदास वैष्णव है, जो उदयपुर जिले के वल्लभनगर सियाखेड़ी के रहने वाले है. पवन के भाई जगदीश वैष्णव ने एबीपी को बताया कि भाई पवन नौकरी की तलाश में 15 जुलाई को दुबई गया था. वहां परिचितों की मदद से काम कर रहा था लेकिन अच्छे काम की तलाश भी कर रहा था. एक दिन परिचितों के माध्यम से श्रीलंका का एक आदमी मिला. नौकरी की तलाश में उसने पवन की अन्य लोगों से मिलवाया. फिर वह उन लोगों के साथ गया.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी मुलाकात की और पवन को बचाने की गुहार लगाई। इसके बाद दूतावास में जानकारी दी गई। दूतावास ने पूरे मामले की जानकारी लेकर दुबई के दूतावास से संपर्क किया। इसके बाद पवन की तलाश शुरू हुई। इसकी भनक बदमाशाें काे भी लग गई और वे 4 अक्टूबर की शाम पवन काे एयरपोर्ट से करीब आधा किलोमीटर दूर सड़क पर छोड़कर फरार हो गए। अब पवन सकुशल अपने गांव सियाखेड़ी लौट आया है।
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मांगी गयी 15 लाख की फिरौती
पवन के भाई जगदीश वैष्णव ने बताया कि पवन का 21 सितंबर को कॉल आया था कि मैं फंस गया हूं, 7 लाख रुपए का तुरंत इंतजाम कराे। करीब एक घंटे बाद उसी के मोबाइल नंबर से फिर फोन आया, तब उसकी जगह कोई अनजान बोल रहा था। उस व्यक्ति ने धमकी दी कि 10.96 लाख रुपए अभी ऑनलाइन ट्रांसफर कराे, नहीं ताे पवन काे मार देंगे। अगले दिन गिरोह का फिर कॉल आया और फिराैती की राशि बढ़ाकर 15 लाख रु. मांगी।
जगदीश वैष्णव ने आगे बताया कि ऐसी बात सुनकर घरवाले घबरा गए. पहले स्थानीय पुलिस से संपर्क किया. रिपोर्ट भी दी लेकिन यहां से उचित सहायता नहीं मिल पाई. इसके बाद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और साथ ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी से बात की.दिल्ली में कैलाश चौधरी से मिले और सीपी जोशी ने अपने भवन ने दिल्ली में रूकवाया.फिर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मिलने का समय दिया. पूरी डिटेल लिखित में मेल की गई और उन्हें भी दी.उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी गई. उन्होंने तुरंत ही एक्शन लिया. हलाकि अब कामगार अपने देश लौट आया है।
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छोड़कर भागे अपहरणकर्ता
जगदीश वैष्णव ने आगे बताया कि मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दूतावास से संपर्क किया और आगे की कार्यवाही की गई. फिर रविवार को भाई अपने वतन लौटा. भाई ने आकर यह पूरी कहानी बताई. उसने यह भी बताया की वह 4 लोग थे. शायद कार्यवाही की उनको भनक लग गई थी इसलिए उन्होंने हड़बड़ाहट में मुझे गाड़ी में बैठाया और एयरपोर्ट के आधा किलोमीटर दूर छोड़कर भाग गए.