दुबई में भारतीय महिला ने 4 साल तक गुज़ारा कार में ज़िन्दगी, उसी में रहती, उसी में सोती !

Dubai Woman Living Car : गरीबी इंसान से क्या कुछ न करवा दे. इसका कोई भरोसा नहीं। हम आपको ये सुनने में थोड़ा अजीब लगे मगर ये एक सचाई है. जहाँ दुबई में सालों से एक भारतीय महिला रहती थी. जिसका नाम प्रिया इंद्रु मणि है. और उनकी उम्र 55 साल है. पैसो की कमी के वजह से वो अपने घर का किराया नहीं दे सकती थी जिसके बाद उन्होंने अपनी कार में ज़िन्दगी गुज़रने का एक बहुत ही अजीब फैसला लिया और उसपर खड़ी भी उत्तरी। वित्तीय कठिनाइयों के कारण पिछले चार वर्षो से कार में रह रही थी। मगर अब जो उनके सामने मसीहा बनकर आये हैं वो हैं दुबई में स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास !

जी हां दुबई में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने भारतीय नागरिक प्रिया इंद्रु मणि को सहायता दी है, जो वित्तीय कठिनाइयों के कारण चारा सालों से कार में रह रही थी। प्रिय इंदु मणि की कठिनाइयां 2017 में शुरू हुईं, जब उनकी मां को लकवा मार गया। उनकी देखभाल करने में लगी मणि के व्यवसाय को चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप वह दुबई के बरशा हाइट्स में डेजर्ट स्प्रिंग्स विलेज में अपने घर का किराया देने में असमर्थ थी। नतीजतन, उसे और उसकी मां को बेदखल कर दिया गया। अंतत: मणि कार में रहने के लिए मजबूर हो गई।

मदद लेने के लिए मणि ने भारतीय वाणिज्य दूतावास से संपर्क किया, जिसने बकाया किराए के लिए समझौते पर बातचीत करने के लिए अपने पूर्व मकान मालिक के साथ समन्वय करके तुरंत कार्रवाई की। रमजान के दौरान दुबई बिजली और जल प्राधिकरण (डीईडब्ल्यूए) के साथ बकाया राशि सहित कई परोपकारी व्यक्ति उसके बचे लोनों को निपटाने के लिए आगे आए।

मकान मालिक ने बकाया राशि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माफ कर दिया। कार फेयर ग्रुप के एमडी जसबीर बस्सी ने किराये के बकाया के लिए एईडी 50,000 और DEWA शुल्क के लिए लगभग दिरहम 30,000 का योगदान दिया। शामिल सभी पक्षों के सहयोगात्मक प्रयासों और वाणिज्य दूतावास द्वारा समन्वय के कारण मणि ने एक रहने लायक अच्छा घर हासिल किया और अपना नया काम शुरू किया।

उन्होंने पिछले 4 सालों में कई तरह के चैलेंज से अपना गुज़ारा किया है और उसी की मेहनत आज रंग लायी। जिससे पता चलता है सब्र का फल मीठा होता है. इस चुनौतीपूर्ण अवधि के दौरान उनकी सहायता करने वालों का बहुत आभार व्यक्त किया है और जीवन में अपना एक नया अध्याय शुरू करने के लिए उत्साह शेयरकिया। वाणिज्य दूतावास ने विनय चौधरी, अनीश विजयन और जसबीर बस्सी की मणि की स्थिति को सुलझाने में उनके सपोर्ट के लिए हार्दिक सराहना की। जरूरत के समय उनकी एकता और उदारता का प्रदर्शन यूएई में भारतीय समुदाय के भीतर मजबूत बंधन का उदाहरण है।

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