Dubai – एक युवक दुबई से सजा काटकर अपने घर वापस लौट आया है। अब वो इन्साफ पाने के लिए थाने का चक्कर लगा रहा है। उसकी गलती बस इतनी थी की उसने एक दलाल पर भरोषा कर लिया और दलाल द्वारा दिए गए वीसा पर संयुक्त अरब अमीरात काम करने चला गया। दरअसल दलाल ने व्यक्ति को वर्किंग वीसा के बजाय टूरिस्ट वीजा पर उसे UAE भेजा था।
वर्किंग वीसा के बजाय टूरिस्ट वीजा देकर भेजा दुबई
Also Read – अब DUBAI घूमने के साथ-साथ नौकरी का भी सुनहरा मौका, मिलेगा लाइसेंस !
दुबई की ‘काल कोठरी’ से निकलकर वतन लौटे अरविन्द को तकरीबन एक साल बीत गए लेकिन पुलिस ने अब तक उस दलाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की है जिसने वर्किंग वीसा के बजाय टूरिस्ट वीजा पर अरविन्द को दुबई भेजा था। दो-दो थानों की पुलिस केवल टाल-मटोल कर रही है। मानव सेवा संस्थान सेवा की तरफ से प्रवासी रोज़गारों के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी दौरान कैम्पियरगंज तहसील क्षेत्र के भौंराबार निवासी 32 वर्षीय अरविन्द कुमार के पिता ने वहां पहुंचकर निदेशक राजेश मणि से मुलाकात की। उसने अपने बेटे के साथ घटी घटना बताई जिसे सुनकर आप भी सिहर उठेंगे।
परिवार की माली स्थिति सुधारने के लिए अरविन्द ने विदेश जाकर कमाने की का सपना संजोया। इसे पूरा करने के लिए उसने बांसगांव क्षेत्र निवासी एक युवक से सम्पर्क किया जिसने दुबई भेजवाने और नौकरी दिलवाने का भरोसा दिया। इसके लिए अरविंद ने उसके खाते में समय-समय पर 68 हजार रुपये ट्रांसफर किए। रुपये जुटाने में उसे कर्ज तो लेना ही पड़ा गहने गिरवी रखे। उसने फिर 20 हजार रुपये नकद देकर वीजा हासिल किया। किसी तरह 12 जून 2022 को अरविन्द दिल्ली से फ्लाइट पकड़कर दुबई पहुंचा। वहां उसे मालूम हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गया है। उसे जो वीसा दिया गया है वो टूरिस्ट वीसा है ना की वर्क वीसा।
छीन लिए गए कागज़ात
Also Read – Saudi में हादसा ,6 मासूम की गई जान
दुबई में अरविन्द से उसके सारे कागज़ात छीन लिए गए। घर लौटने की इच्छा जताने पर बंधक बनाने वाले व्यक्ति ने 30 हजार रुपये की मांग की। अरविंद ने परिजनों से बातकर पैसा मंगवाया तब उसे भारत भेजा गया।अरविन्द के पिता बेटे को न्याय दिलाने और दलाल द्वारा ठगे गए रुपये वापस पाने के लिए पुलिस अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने कैम्पियरगंज और बेलीपार थाने पर प्रार्थना पत्र भी दे दिया है। हालांकि अभी तक उनकी एफआईआर नहीं दर्ज की गई। बावजूद इसके अरविन्द के पिता को भरोसा है कि उसकी एफआईआर दर्ज की जाएगी और उसे न्याय मिलेगा। इसके लिए अब वो चक्कर काट रहे है।