Saudi Arab: सऊदी अरब में स्थित ग्रैंड मस्जिद के ठीक बाहर की जमीन पर झाड़ू लगाकर पसीने से लथपथ और थका हुआ बांग्लादेशी स्ट्रीट क्लीनर हर महीने करीब 1,000 सऊदी रियाल कमा रहा था और अचानक कुछ ऐसा हुआ की वो करोड़पति बन गया। कैसे चलिए बताते है
दरअसल जब सऊदी में बांग्लादेशी स्ट्रीट क्लीनर सफाई कर रहा था तब अचानक एक बुजुर्ग व्यक्ति उसकी ओर दौड़ा और उसे कसकर गले लगा लिया। आंखों में आंसू लिए वह व्यक्ति रोने लगा और क्लीनर से कहा कि वह वास्तव में उसका भाई है और उसे अब यहां काम करने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह बहुत अमीर है।
भाई ने हड़प लिया
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दरअसल क्लीनर अपने भाई से बचने के लिए ही सऊदी अरब आया था। क्यूंकि कथित तौर पर भाई ने क्लीनर से परिवार की सारी संपत्ति हड़प ली और उसे कई बार जेल भी भेजा था। इसीलिए वो अपना देश छोड़ कर सऊदी आ गया और यही पर क्लीनर का काम करने लगा।
शुरू में क्लीनर अपने बड़े भाई को पहचान भी नहीं पाया क्योंकि दोनों के बीच कई साल का अंतर था और उसके भाई ने तीर्थयात्री की पोशाक पहन रखी थी और अपना सिर मुंडवा रखा था।
क्लीनर के दोस्त और सहकर्मी हैरान रह गए क्योंकि रोता हुआ बुजुर्ग तीर्थयात्री क्लीनर भाई को चूम-चूम कर उसे गले लगा रहा है ऐसा लग रहा था जैसे की वो गले लगकर उसका दम ही घोट देगा। इन तमाम हरकतों के बाद यह आश्चर्य जल्दी ही जिज्ञासा में बदल गया क्योंकि बुज़ुर्ग व्यक्ति ने क्लीनर के दोस्तों और सहकर्मियों को अपनी कहानी बतानी शुरू कर दी।
इस वजह बदला भाई का दिल
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बुज़ुर्ग व्यक्ति ने कहा कि क्लीनर कोई गरीब व्यक्ति नहीं है , बल्कि वह एक अमीर परिवार से है , लेकिन बड़े भाई द्वारा उसे विरासत में उसका हक देने से मना करने के बाद वह घर छोड़कर चला गया था।
उन सभी लोगों के लिए जो उसकी खानदानी जायदाद की राशि जानने के लिए उत्सुक हैं, तो बता दे क्लीनर को मिलने वाली राशि 17 मिलियन सऊदी रियाल थी। हालाँकि, यह भी बहुत intresting है की आखिर ऐसा क्या हुआ जो बुज़ुर्ग व्यक्ति का मन बदल गया और उसने अपने छोटे भाइयों को वह सब कुछ वापस देने का फैसला किया जो उसका हक था।
बुज़ुर्ग व्यक्ति ने इस सवाल का जवाब यह कहकर दिया कि वह कई सालों तक खुद पर लगे अपराधबोध को रोक नहीं पाया। वह यह भी मानता है कि उसे अपने भाई के साथ किए गए व्यवहार की सज़ा मिली है क्योंकि वह कैंसर से पीड़ित था।