Saudi Arab : सऊदी में एक बार फिर ऐसा कुछ हो रहा है जिसे सुनकर कट्टरपंथी को मिर्ची जरूर लगेगी। दरअसल सऊदी अब अपनी युवा पीढ़ी को उन बंधनों से मुक्त कर रहा है, जो पिछली पीढ़ियों को अपने सपने पूरा करने में रुकावट बनते थे। सऊदी में पुरुषों और महिलाओं को आपस में मिलने-जुलने की अनुमति नहीं थी लेकिन अब सऊदी के युवा अब अपनी पसंद के करियर को आगे बढ़ा सकते हैं और मनोरंजन स्थलों पर घूम रहे है। बीते सालों में सऊदी में कई बदलाव किये गए है। वहीं इन बदलावों के पीछे क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की सोच है। मोहम्मद बिन सलमान को 2015 में उनक पिता किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज के सिंहासन पर बैठने के दो साल बाद क्राउन प्रिंस बनाया गया था। इसके बाद धीरे-धीरे उनके हाथ में ही सऊदी की वास्तविक सत्ता आ गई है।
साउथ चाइना मॉर्निंग की रिपोर्ट
Also Read: Saudi Arab: सऊदी ने शुरू किया उमराह वीज़ा
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक अब सऊदी में 21 साल से ज्यादा की महिलाओं को घर से बाहर जाने, विवाह का पंजीकरण कराने या पासपोर्ट प्राप्त करने के लिए किसी पुरुष रिश्तेदार की अनुमति की आवश्यकता नहीं है। वाशिंगटन स्थित अरब गल्फ स्टेट्स इंस्टीट्यूट की वरिष्ठ रेजिडेंट स्कॉलर क्रिस्टिन स्मिथ दीवान ने कहा, ‘सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के प्रवेश ने वास्तव में युवा सउदी लोगों के लिए सामाजिक और व्यावसायिक स्थान खोल दिया है। इससे आए बदलाव को कार्यस्थल, पारिवारिक जीवन और डेटिंग तथा विवाह जैसे क्षेत्रों में देखा जा सकता है।