Saudi Hajj Sunstroke : सऊदी अरब के हज स्थलों में मंगलवार को सबसे अधिक तापमान देखने को मिला बता दे की अराफात मैदान में 48 डिग्री तक पारा पहुंच गया। सऊदी अस्थानिएं मिडिया के मुताबिक, सऊदी राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि ”मंगलवार को मीना में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस रहा वही गर्म हवाएं चलती रहीं। एक बयान में कहा गया है की राष्ट्रीय केंद्र ने तीर्थयात्रियों से ‘स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों का पालन करने और धूप से बचने की कोशिश करने’ को कहा। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि तापमान में बढ़ोतरी के कारण सनस्ट्रोक और हीटस्ट्रोक पीड़ितों के 147 मामले दर्ज किए गए हैं और यह संख्या बढ़ सकती है.
धूप से खुद को बचाएं
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वही प्रवक्ता ने कहा कि अधिकांश तीर्थयात्री धूप से होने वाले नुकसान से बचने के लिए छाते का उपयोग नहीं करते हैं। बयान में कहा गया कि ‘अराफात से मुजदलिफा के लिए निकलते समय जितना हो सके पानी और पेय पदार्थों का इस्तेमाल करें और एहतियाती उपायों का पालन करें।’इससे पहले, सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने हज यात्रियों से कहा था कि वे “मक्का और पवित्र पूजा स्थलों (मीना, अराफात, मुजदलिफा) में धूप से खुद को बचाएं।
Suntroke के इलाज़ के लिए पुरे इन्तेजाम
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वही बता दे की कहा गया है की “हज यात्रियों को धूप से बचना चाहिए और सड़क पर निकलने से पहले हल्के रंग के छाते का इस्तेमाल करना चाहिए।” ‘गर्मी बढ़ने पर पानी और पेय पदार्थों का अधिक सेवन करें। दोपहर बारह से तीन बजे के बीच धूप में निकलने से बचने के विशेष प्रयास करने चाहिए। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने सनस्ट्रोक के इलाज के लिए 217 बिस्तर आवंटित किए हैं, जिसमें पवित्र मस्जिदों के अस्पतालों में 166 बिस्तर और मक्का में 51 बिस्तर शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ी संख्या में वॉटर मिस्ट पंखे भी उपलब्ध कराए हैं जो गर्मी की तीव्रता को कम करते हैं।