दिल्ली, पंजाब और हिमाचल सहित देश के उत्तरी राज्यों में बारिश से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। पिछले 24 घंटे में सात राज्यों में लैंडस्लाइड और बाढ़ की अलग-अलग घटनाओं में अब तक 56 मौतें हो चुकी है. मरने वालीं कि संख्या और भी बढ़ सकती है.
बारिश का स्तर इतना अधिक है कि मनाली में बारिश का 52 साल का रिकॉर्ड टूट चूका है। हिमाचल के CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से अगले 24 घंटे घर में रहने को कहा है। अभी घर से बहार जाना खतरनाक हो सकता है. प्रदेश में कई नदी-नहरें खतरे के निशान से ऊपर बह रहें हैं। अब तक 2 जगह बादल फट चूका है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश के बाद 100 साल पुराना ब्रिज बह गया. प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में 60 गाड़ियां पानी के तेज बहाव में बह गईं। वहीं कुल्लू के कसौल में 6 गाड़ियां पानी में बह गईं।
हरियाणा में हथनीकुंड बैराज में पानी का लेवल 3 लाख क्यूसेक पार हो चूका है, यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

दिल्ली में भारी बारिश के बाद CM केजरीवाल ने बैठक बुलाई , जिसमें यमुना के बढ़ते जलस्तर पर भी चर्चा कि गयी.
पंजाब में सतलुज दरिया के पास बसे 15 से 20 गांव खाली कराये जा चुके हैं. इसके अलावा पंजाब में 13 जुलाई तक सभी सरकारी, एडेड और प्राइवेट स्कूल बंद किये गये.
वहीं लेह-लद्दाख में भारी बारिश के चलते 450 साल पुराना घर गिर गया। हिमाचल में 46 घर जमींदोज हो गए।

देश में कुल बारिश अब सामान्य से अधिक हाे गई है। 9 जुलाई तक सामान्य बारिश 239 मिमी होती थी। अब आंकड़ा इसे पार कर 243 मिमी हाे गया है, जाे कि सामान्य से 2% अधिक है।
हिमाचल में लोगों कि सहायता के लिए बीजेपी ने हेल्पलाइन नंबर 01772831893-9317221289 जारी किए।