न्यूज़ डेस्क: भगवान शिव का प्रिय महीना सावन इस साल 04 जुलाई से शुरू होने वाला हैं। जो कि 31 अगस्त तक चलने वाला है। इस साल सावन में कुल 4 सोमवार पड़ेंगे। हिन्दू धर्म में इस धर्म के कई विशेष महत्व है। इस महीने में सावन सोमवारी का व्रत भी रखा जाता है और आखिर में राखी का पावन त्यौहार भी इसी महीने मनाया जाता है। इसके अलावा सुहागिन स्त्रियों का प्रमुख पर्व हरियाली तीज, और नाग पंचमी इसी माह में आता है। वहीँ कई काम ऐसे हैं जिससे लोगों को करने से बचना चाहिए. नहीं तो भगवान शिव के प्रकोप का सामना करना पड़ सकता है.
न करें सावन में ये काम:
भगवान शिव के क्रोध के बारे में हम सब जानते हैं. इनके क्रोध से तो कामदेव तक नहीं बच पाएं इसलिए आपको ऐसे काम नहीं करना चाहिए जिससे आपको उनके प्रकोप को झेलना पड़ें.
- मांस मदिरा का सेवन करने से बचे. सावन में मांस मदिरा के सेवन न करने के लिए हमारे बड़ें बुजुर्गों द्वारा भी रोका जाता है.
- सावन में जानवरों को नुकसान न पहुचाएं, ऐसा करने से शिव भगवान नाराज़ हो जाते हैं.
- गरीबों का मज़ाक न उड़ायें.
- लोगों कि भावनाओं को आहट करने से बचें.
भगवान शिव को करें खुश
यह पूरा माह शंकर भगवान को समर्पित है, उन्हें प्रसन्न करने का यह सबसे अच्छा और शुभ महीना माना गया है। शिव जी को खुश करने के लिए कुछ ऐसी चीजें भी चढ़ाएं जो भगवान जी के प्रिय हैं आइये जानते हैं कुछ ऐसी ही चीज़ों के बारे में –
1.शमी के पत्ते-
शिवपुराण के अनुसार, शमी के पत्ते भगवान शिव को बहुत पसंद थे। ऐसा माना जाता है, शमी के पत्ते शिव जी के साथ साथ गणेश जी पर भी चढ़ाना शुभ माना जाता है। इस बार भगवान की पूजा के दौरान शमी के पत्ते और फूल का अर्पण ज़रूर करें।
2.अपामार्ग
आप में से बहुत कम लोगों को इसके बारे में पता होगा. लेकिन अपामार्ग शंकर भगवान के बेहद प्रिय थे. अपामार्ग कचिरचिटा के नाम से भी जाना जाता है. अपने जीवन में सुख-शांति और समृद्धि को बढ़ाने के लिए पूजा के दौरान भगवान शिव को इसको जरुर चढ़ाएं.
3.भांग और धतूरा
हम सब धतुरा के बारे में जानते है. धतुरा के फल के साथ धतुरा के पत्ते भी शंकर जी पर चढ़ाएं जाते हैं. समुन्द मंथन के दौरान विष के प्याले को धारण करने के बाद भगवान शिव अचेत हो गए थे। उस वक्त सभी देव व दानव चिंतित हो गए थे। तब अश्विनी कुमारों ने भांग, धतूरा, बेल जैसी औषधियों से शिव जी की व्याकुलता दूर की। उस समय से ही शिव जी को भांग धतूरा प्रिय है और तब से शिवलिंग पर भांग और धतूरा चढ़ाया जाने लगा। जो भी भक्त शिव जी को भांग धतूरा का अर्पण करता है, शिव जी उस पर प्रसन्न होते हैं।
4.पीपल के पत्ते
पीपल के पत्ते – मान्यता है कि पीपल के पेड़ पर देवताओं का वास होता है. भगवान शिव को पीपल के पत्तों को चढ़ाने से ग्रहों के दोष दूर होते हैं. इससे घर- परिवार में सुख- समृद्धि बनी रहती है. पीपल के पत्तों पर श्रीराम का नाम लिखकर हनुमानजी को और शिवजी को, दोनों को चढ़ाया जा सकता है।
5. दूर्वा
किसी भी पूजा में दूर्वा घास को अवश्य चढ़ाया जाता है। दूर्वा घास को अमृत के समान माना गया है। लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए आप दूर्वा घास को शिवलिंग पर ज़रूर चढ़ाएं।
6. बांस
संतान सुख के लिए बांस के पत्ते को पूजा के दौरान ज़रूर चढ़ाएं।भगवान को खुश करने, सुख समृद्धि के लिए इसके पत्ते को पीसकर चढ़ाएं।
7. आक के फूल और पत्ते
आक के फूल के साथ साथ इसके पत्ते भी भगवान शिव के प्रिय है। इसके पत्ते को साफ कर उस पर चंदन से सीताराम लिख कर 7,9,11 और 21 के क्रम में इसे ज़रूर चढ़ाएं। माना जाता है कि शिव पूजा में इस फूल के प्रयोग से मोक्ष की प्राप्ति होती है.