Cement Price: अगर आप घर बनाने की सोच रहें हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। अपना घर सबका सपना होता है, लेकिन ये इतना महँगा होता है कि आम आदमी को इसके लिए कई तरह के लोन लेने पड़ते हैं।
लेकिन घर बनाने की चाह रखने वालों के लिए खुशखबरी यह है कि रेटिंग एजेंसी क्रिसिल का मानना है कि आने वाले समय में 3-5 फीसदी तक की कमी हो सकती है। बाजार में बढ़ते कॉम्पटीशन के चलते मांग ज्यादा होंने के बाद भी सीमेंट कंपनियां कीमतों में 3 से 5 प्रतिशत की मामूली कटौती करने का प्लान कर रही है।
Cement Price ने तोड़ा रिकॉर्ड
हालांकि वर्तमान में सीमेंट की कीमतें उच्च स्तर पर हैं और अगर यह कटौती की जाती है तो इससे खुदरा कीमतों में दाम कम करने में बहुत मदद मिलेगी। द मिंट ने क्रिसिल के हवाले से कहा है कि चालू वित्त वर्ष में सीमेंट के दाम में गिरावट देखने को मिल सकती है। बीते वर्ष में सीमेंट के दाम में सालाना 4 फीसदी बढ़ोतरी देखने को मिली थी। पिछले financial year के दौरान सीमेंट की कीमतों ने महंगाई को लेकर नया रिकॉर्ड बना दिया था और 50 किलो वाले बोरे की कीमत 391 रुपये पर पहुंच गई थी।
आपको बता दे सीमेंट के क़ीमतों में यह रिकॉर्ड ब्रेकिंग वृद्धि कोरोना महामारी के चलते हुई थी। इसी बीच रूस और यूक्रेन के युद्ध ने इसकी कीमतों में आग लगा दी जिसके चलते सीमेंट की कीमत पिछले वर्ष अपने उच्चतम स्तर पर था।
लागत में कमी के चलते घट सकते है दाम
सीमेंट कारोबारियों की माने तो उनके अनुसार, बाज़ार में सीमेंट कंपनियां अपने कंप्यूटर प्रतिस्पर्धी को पीछे छोड़ने के लिए साथ ही सीमेंट बनाने की Cost में कमी आने के चलते कंपनियां अब दाम घटाने के बारे में सोच कर रही है। सीमेंट की खुदरा कीमतों में 1 से 3 फीसदी की गिरावट का आना लगभग तय माना जा रहा है।
इसके अतिरिक्त ऊर्जा लागत में धीरे-धीरे नरमी के कारण 2023 की शुरुआत से ही कीमतों में कमी आई है। हालांकि इसके बाद भी सीमेंट महँगा ही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पहली बार ये देखने को मिल रहा है, जब अप्रैल और मई महीने के दौरान कंपनियों ने सीमेंट की कीमतों में मानसून से पहले की जाने वाली बढ़ोतरी नहीं की है।
पेट-कोक, सीमेंट उत्पादन में हैं महत्वपूर्ण
पेट-कोक एक क्रूड डेरिवेटिव और सीमेंट के उत्पादन में एक प्रमुख इनपुट है, जिसकी कीमतों में कमी आने की संभावना है, क्योंकि crude oil prices अप्रेल और मई के बीच साल-दर-साल 27 फीसदी गिर गई थी और आपूर्ति की स्थिति में सुधार के कारण और गिरावट आने की उम्मीद जतायी जा रही है।