UAE : – सोशल मीडिया जितना अच्छा है उतना ही खतरनाक भी हो सकते है। अफ्रीकी मूल की एक महिला ने इंस्टाग्राम के माध्यम से एक अरब व्यक्ति को धोखा दिया। पहले उसे विश्वास दिलाया कि उसके पास एक अफ्रीकी देश में 18 सोने की छड़ें हैं और सीमा शुल्क के माध्यम से इसे साफ करने के लिए Dh50,000 की जरूरत है। उसने उस आदमी को इनमें से आठ बार देने का वादा किया, अगर उसने छड़ें साफ़ करवाने के लिए पैसे से उसकी मदद की।
Dh185,000 की की ठगी
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उस व्यक्ति ने उस महिला को किस्तों में पैसे दिए। पैसे तब तक राशि हस्तांतरित करता रहा जब तक कि यह कुल Dh185,000 तक नहीं पहुंच गया – जिसमें दो भुगतान शामिल थे जो उसने दुबई में एक व्यक्ति को नकद में सौंपे थे। जब उसे पता चला कि वह धोखाधड़ी का शिकार हो गया है, तो उस व्यक्ति ने पुलिस को घटना की सूचना दी और जिस व्यक्ति को उसने पैसे दिए उसे गिरफ्तार कर लिया गया। दुबई के लोक अभियोजन ने उस पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। पुलिस की निष्कर्ष रिपोर्ट और लोक अभियोजन जांच में, अभियुक्त ने स्वीकार किया कि उसने पीड़ित से पैसे प्राप्त किए थे, लेकिन धोखाधड़ी करने से इनकार किया। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया।
पहले भी जारी हो चूका है साइबर फ्रॉड को लेकर अलर्ट
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हलाकि uae में साइबर ठगी होते रहती है तो इसको लेकर एक बार अलर्ट भी जारी किया गया था। एक बार यूएई में भारतीय दूतावास ने साइबर क्राइम से जुड़ा जरूरी अलर्ट जारी किया था। दरअसल, कुछ साइबर अपराधी दूतावास का फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर लोगों से ठगी कर रहे थे . आरोपी उन लोगों को निशाना बनाते थे जो किसी तरह की जरूरत में है जिस वजह से वे आसानी से झांसे में आ जाते थे.ट्विटर अकाउंट को आधिकारिक दिखाने के लिए आरोपी लगातार ट्वीट करते थे जिनमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर को टैग भी करते थे।
इतना ही नहीं, ये साइबर फ्रॉड भारत सरकार के ऑफिशियल ट्विटर हैंडलों को फॉलो भी करते थे और समय-समय पर भारत से जुड़ी जानकारियों को री ट्वीट भी करते थे इससे किसी को भी देखकर ऐसा लगता था कि यह आधिकारिक ट्विटर हैंडल है, जिसके जरिए मदद ली जा सकती है. मदद के ही नाम पर पहले आरोपी परेशान लोगों को फंसाते हैं और फिर किसी न किसी जरिए उनसे पैसा ठग लेते थे। हलाकि मामला संज्ञान में आने के बाद करवाई की जा रही थी।