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UAE on War : आखिर क्यों दे रहा है UAE इजरायल का साथ ?

Priya Jha
4 Min Read

UAE on War : इजराइल-हमास जंग का आज छठा दिन है। जंग की शुरुआत से ही सभी देशों ने अपने अपने पसंद देशों के प्रति अपना समर्थन दिया। बता दे लेकिन इस बार UAE ने सभी को झटका दे दिया है। दरअसल UAE और बहरीन ने मिलकर अलग रुख अपनाया है। इस बार युद्ध में इन दो देशों ने इजराइल का विरोध या आलोचना नहीं किया बल्कि इजराइल का समर्थन दिया है। इस युद्ध के लिए दोनों देशों ने हमास को जिम्मेदार ठहराया है। बता दे की UAE के इस रुख से सभी लोग चौक गए है।

अन्य देशों से अलग क्यों खड़ा हो गया

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सबके मन में ये सवाल है की आखिर UAE इस बार अन्य देशों से अलग क्यों खड़ा हो गया है तो आपको बता दे की UAE भी दूसरे मुस्लिम देशों की तरह ही इस विवाद में खुलकर फिलिस्तीन का समर्थन करता रहा है। हालांकि, अमेरिका की कोशिशों के चलते सितंबर 2020 में UAE और बहरीन ने इजराइल के साथ अब्राहम समझौता किया और उससे राजनयिक संबंध स्थापित किए। UAE और बहरीन इजराइल के साथ संबंध स्थापित करने वाले पहले अरब देशों में शामिल हैं।

ऐसे में UAE अपना साझेदारी पर कोई प्रभाव नहीं चाहता है। हलाकि आपको UAE ने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए दो करोड़ डॉलर की मदद की घोषणा की है. रिपोर्ट के मुताबिक, यह सहायता राशि निकट भविष्य में संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी के माध्यम से फिलिस्तीन को दी जाएगी. इस सहायता राशि का मकसद फिलिस्तीन के जरूरतमंद लोगों को तत्काल राहत और सहायता प्रदान करना है. इससे साफ़ जाहिर होता है की इस बार के युद्ध में UAE nutral रहने की प्रक्रिया को अपना रहा है।

घरों से निकाल कर बंधक बनाया गया

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हालांकि, यूएई ने इजरायल पर हमास के हमले की कड़ी निंदा की है. UAE ने इस हिंसा के लिए सीधे-सीधे फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास को जिम्मेदार ठहराया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजराइली शहरों और गाजा पट्टी के नजदीक के गांवों पर हमास के हमले से संघर्ष ने भीषण रूप ले लिया है। हमास ने आबादी वाले इलाकों पर हजारों रॉकेट दागे हैं। इजराइली लोगों को उनके घरों से निकाल कर बंधक बनाया गया है।

इजराइल सरकार ने जंग पर नजर रखने के लिए यूनिटी गवर्नमेंट और 3 सदस्यीय वॉर कैबिनेट बनाई है। नई सरकार में विपक्षी पार्टी को भी शामिल किया गया है। कैबिनेट में प्रधानमंत्री नेतन्याहू, विपक्षी नेता बेनी गैंट्ज और मौजूदा डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट रहेंगे।7 अक्टूबर से शुरू हुई जंग में अब तक 2,327 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें से करीब 1,200 इजराइली हैं। अब तक करीब 1,127 फिलिस्तीनियों ने भी जान गंवाई है।

 

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