Suadi Arab Indian Expat Trapped : बता दे की सऊदी अरब में 40 मजदुर फंस गए है। जिसके बाद वहां से मजदूरों ने वतन वापसी की गुहार लगाई है। बता दे की पिछले साल ओडिशा के 33 मजदूरों को एक ठेका कंपनी ने छह महीने के वीजा पर सऊदी अरब भेजा था। हालांकि, इन मजदूरों के वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद संबंधित कंपनी के बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है। ऐसे में वीजा नहीं होने के कारण 33 कर्मचारी सऊदी अरब में फंस गए हैं। कंपनी पर श्रमिकों का वेतन भी बकाया है। ठेकेदार की ओर से उन्हें भारत वापस लाने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। ऐसे में मजदूरों के पास और कोई ऑप्शन नहीं बचा जिसकी वजह से उन्होंने सरकार से वापस घर बुलाने की गुहार लगाई है ।
ना खाना मिल रहा है ना पानी
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ओडिशा सरकार ने सऊदी अरब के रियाद में फंसे हुए उड़िया मजदूरों को के बचाव और स्वदेश वापसी के लिए भारत के राजदूत से अनुरोध किया है. खाड़ी देश में काम कर रहे कुछ ओडिशा के मजदूरों से मेसेज मिला था कि वो लोग मुसीबत में फंसे हुए हैं. जिसके बाद ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना ( Pradeep Kumar Jena IAS ) ने 20 जुलाई को सऊदी अरब के रियाद में भारत के राजदूत सुहेल अजाज खान ( Ambassador Suhail Azaz Khan ) को एक चिट्ठी लिखा. उन्होंने चिट्ठी की एक कॅापी विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव को भी भेजा है.
कुल 40 मजदुर फंसे
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मुख्य सचिव ने अपने पत्र में लिखा, “जांच में यह पाया गया है कि फंसे हुए मजदूरों में 33 मजदूर ओडिशा के हैं, जबकि 10 अन्य तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के हैं. जांच में यह पाया गया है कि फंसे हुए मजदूरों का इकामा (वीजा) को उनकी कंपनी के मालिकों (कफ़ील) द्वारा रेन्यू नहीं किया जा रहा है”. बताया जा रहा है की काम करने वाले को उनका मेहनताना नहीं दिया गया है और वे खाना, पानी और दवाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं से महरूम है. सभी कर्मचारी सउदी अरब में कैंप-47, जुएमाह में मेसर्स हादी अल हम्माम ग्रुप में काम करते हैं. मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने अपने चिट्ठी में ओडिशा के फंसे 33 लोगों की एक सूची Attached करते हुए सऊदी में भारतीय राजदूत से उनके बचाव और भारत वापसी का डिमांड किया है.