UAE – UAE में फेक खबरों से दूर रहे महि तो आप मुश्किल में पड़ जायेंगे। वही अफवाह फैलाते पकड़े गए तो लाखों का जुर्माना और जेल भी आपको लग सकता है। आपने अक्सर देखा होगा की सोशल मीडिया पर कई लोग ऐसे होते है जो फेक न्यूज़ फैलाते है। आपको किसी भी चीज़ की गलत जानकारी देकर वो आपको गुमराह करना चाहते है। कभी कभी फेक न्यूज़ घातक भी हो सकता है।
फेक न्यूज़ का अगर ताज़ा example अगर आपको देखना है तो आप हाल ही में फैली सऊदी अरब में रमजान के दौरान लाउडस्पीकर की खबर को ले सकते है। जिसमें यह कहा गया की रमजान के दौरान लाउडस्पीकर बैन रहेंगे। जिसके बाद कई लोगों ने इस फैसले पर नाराज़गी जताई लेकिन वास्तव में सऊदी सरकार ने रमजान के दिशा निर्देश को लेकर जो सर्कुलर जारी किया था। उसमें इस तरीके की कोई बात नहीं बताई गई थी। इसका मतलब की वो फेक न्यूज़ महज लोगों को गुमराह करने और माहौल ख़राब करने के लिए फैलाई गई थी।
फेक न्यूज़ फ़ैलाने वालों पर uae पुलिस नकेल कसने के फिराक में
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फिलहाल रमजान का महीना चल रहा है ऐसे में फेक न्यूज़ फ़ैलाने वालों पर uae पुलिस नकेल कसने के फिराक में है। इसको लेकर Ras Al Khaimah Police ने नोटिस भी जारी किया है। संयुक्त अरब अमीरात में गलत और फेक न्यूज प्रचार करने पर आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा सकती है ।
Ras Al Khaimah Police ने सभी के लिए अलर्ट जारी कर दिया है जिसमे कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति नकली और गलत न्यूज फैलाने की कोशिश करता है या नकली और गलत न्यूज फैलाते पकड़ा जाता है. तो उसके खिलाफ जेल और जुर्माना का प्रावधान है। अथॉरिटी ने एकऑनलाइन पोस्ट जारी किया है जिसमें इस बात की जानकारी दी है कि फेक न्यूज किसी भी सूरत में नहीं फैलाना है। अगर कोई ऐसा करता है तो उसे जेल और जुर्माना की सजा दी जाएगी।
1 से 2 साल जेल की सजा
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यूएई के कानून के अनुसार अगर कोई फेक न्यूज फैलाते पकड़ा जाता है तो उसे 1 से 2 साल जेल की सजा सुनाई जाएगी । इसके साथ Dh100,000 से लेकर Dh200,000 तक का जुरमाना भी लगया जाएगा। जिसकी अगर हम भारतीय मुद्रा में तो ये रूपए ₹4,484,648.39 होते है। मामले के बारे में कहा गया है की अगर कोई भी व्यक्ति ऐसी खबर, डाटा को सर्कुलेट करने की कोशिश करता है जो इल्लीगल है या गलत है तो उन्हें इस सजा के लिए तैयार होना चाहिए।
ऐसे में लोगों से अपील की गई है आम नागरिकों से अगर आप कोई भी खबर आगे सर्कुलेट करते हैं या खुद पढ़ते हैं तो उसकी सत्यता की जांच अवश्य कर लें। साथ ही आधिकारिक सूत्रों और मंत्रालयों से मिली जानकारी पर ही भरोसा करें।