सूडान देश में ईद का रंग हुआ फीका, खुशियों के त्योहार में भी नहीं रोका गया जंग !

Sudan War : सूडान में नागरिक सरकार को सत्ता हस्तांतरित करने की माँग को लेकर 2021 से ही संघर्ष चल रहा है. मुख्य विवाद सेना और अर्धसैनिक बल ‘आरएसएफ’ के विलय को लेकर है. ताज़ा हिंसा कई दिनों के तनाव के बाद हुई. वहीँ अब इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के महासचिव हुसैन इब्राहिम ताहा ने एक बार फिर सूडान में युद्धरत पक्षों से ईद-उल-फितर के दौरान मानवीय आधार पर युद्ध को रोकने की अपील की है। उन्होंने कहा मुसलमानों के इस त्योहार का सम्मान करें। महासचिव ने जोर देकर कहा कि प्रभावित क्षेत्रों से घायल और फंसे हुए लोगों को निकालने की अनुमति देने के लिए संघर्ष विराम समझौते का पालन आवश्यक है। राजनयिकों और नागरिकों को सुरक्षित मार्ग देने का पालन करना चाहिए।

महासचिव ने सभी पक्षों से सभी संघर्षों को हल करने और सैन्य टकराव को रोकने के लिए बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि ओआईसी युद्धरत पक्षों के बीच बातचीत की बहाली और मानवीय मिशनों के प्रायोजन के संबंध में अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करेगा। संसाधन समर्पित करने को तैयार है।

दूसरी ओर, अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल ग़ैत ने सूडान में युद्ध रोकने का आग्रह किया और कहा कि सभी पक्षों को ईद के दिनों में युद्धविराम की घोषणा करनी चाहिए ताकि नागरिक राहत की सांस ले सकें। बुनियादी जरूरत का सामान खरीद सकते हैं। हताहतों की संख्या और आपातकालीन कॉल से निपटने में सक्षम हो सके. बता दे कि अफ्रीकी संघ की देखरेख में सूडान पर एक ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय बैठक को संबोधित करते हुए अबुल गैट ने उपरोक्त अपील की।

बैठक में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव, अफ्रीकी संघ के प्रमुख, यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि, सूडान के पड़ोसी देशों के विदेश मंत्री और उच्च अधिकारी, पांच देशों के प्रतिनिधि जो स्थायी सदस्य हैं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, और सुरक्षा परिषद में अफ्रीका के सदस्य देशों, सऊदी अरब, अमीरात और कतर के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

सूडान में सेना और पैरामलिट्री के बीच भीषण युद्ध चल रहा है.अब तक इस वॉर में 270 लोग मारे जा चुके हैं. 2,600 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. हालात इतने खराब हैं कि जिन अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है, उनमें भी मिसाइल गिरने के मामले सामने आ रहे हैं. गृह युद्ध की स्थिति में सूडान में करीब 4000 भारतीय भी फंसे हैं. . हालत ये है कि भारतीयों के पास खाने-पीने का सामान भी नहीं बचा है. ऐसे में भारत का फोकस सूडान में रहने वाले भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर है. ऐसे में भारत इस मामले में अमेरिका, यूके, सऊदी अरब समेत कई देशों के साथ संपर्क में है.

सरकार के सूत्रों ने बताया कि सूडान में स्थिति बहुत चिंताजनक है. ऐसे में इस स्थिति लोगों को निकालना बहुत खतरनाक है. सूत्रों के मुताबिक, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सूडान की स्थिति पर सऊदी अरब और यूएई में अपने समकक्षों से बात की. इन देशों की ओर से भारतीयों की सुरक्षा के लिए आश्वासन दिया गया.

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