Quran Burning Denmark : डेनमार्क में तुर्की के दूतावास के सामने एक बार फिर कुरान जलाने की घटना देखने को मिली है, जिसके बाद मुस्लिम देश नाराज हैं। एक साल में यह दूसरी बार है, जब इस तरह की घटना सामने आयी है. तमाम मुस्लिम देश इस पर भड़क उठे हैं. सऊदी अरब, यूएई और पाकिस्तान ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
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तुर्की ने शनिवार को इस घटना की निंदा की। तुर्की के विदेश मंत्रालय ने इसे घृणा अपराध बताया। इसके अलावा जोर देते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में इस तरह की कार्रवाई को स्वीकार नहीं किया जाएगा। ये बहुत ही शर्मनाक हरकत है. तुर्की के अलावा अब सऊदी अरब, यूएई और पाकिस्तान ने भी इस घटना का विरोध किया है.
सऊदी किंगडम के विदेश मंत्रालय ने ट्विटर पर लिखा की ‘सऊदी अरब कोपेनहेगन में तुर्की के दूतावास के सामने एक चरमपंथी ग्रुप ने कुरआन को जला दिया और इसकी कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं. किंगडम सम्मान के मूल्यों को मजबूत करने की आवश्यक्ता पर बल देता है और नफरत और उग्रवाद को बिलकुल स्वीकार नहीं किया जायेगा.
UAE ने भी कुरान जलाने की घटना पर कड़ी निंदा और अपना विरोध जताया है. ‘विदेश मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय मानवीय और नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों के उल्लंघन जैसी किसी भी प्रथाओं को नहीं मानेगा, साथ ही ये भी कहा कि दुनिया को सहिष्णुता और सह-अस्तित्व के मूल्यों को फैलाने और नफरत को खत्म करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
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पाकिस्तान के विदेश ऑफिस की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलोच ने कहा, ‘इस तरह की जानबूझकर की जा रही घटनाओं की पुनरावृत्ति मुसलमानों और उनकी आस्था के खिलाफ बढ़ती नफरत, नस्लवाद और इस्लामोफोबिया का उदाहरण है।’उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं बार-बार होना कानूनी ढांचे पर भी सवाल उठाती हैं।