Hajj Pilgrims को अब Bio-app पर देने पड़ेंगे फिंगरप्रिंट्स , जानिए कैसे

Hajj Pilgrims : हज यात्रियों को अब Bio-app पर अब Finger Prints भी देने पड़ेंगे। जी हाँ अधिकारियों ने इस साल के हज यात्रियों के लिए सऊदी वीजा बायो-ऐप के उपयोग पर चर्चा की है, जिसमे सभी हज तीर्थयात्री ऐप पर अपना-अपना फिंगर प्रिंट्स देंगे। सऊदी विदेश मंत्रालय और एतिमाद कार्यालय के प्रतिनिधियों ने कहा कि हज यात्री 3 आसान चरणों में सऊदी वीज़ा बायो ऐप का उपयोग कर सकते हैं।

उन्हें सेल्फी, पासपोर्ट और उंगलियों के निशान के जरिए अपनी Identity यानी पहचान साबित करनी होगी। फिंगरप्रिंटिंग की सुविधा भी देश भर के ट्रस्ट कार्यालयों में फ्री में उपलब्ध है.

ऐसे Hajj Pilgrims को मिली छूट

धार्मिक मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता मुहम्मद उमर बट ने कहा कि ऐप के लिए दिशानिर्देश मंत्रालय की वेबसाइट और सोशल मीडिया पर उपलब्ध होंगे। वैसे fingerprints के नियम विकलांग लोगों के लिए नहीं है, उन्हें इससे छूट दी गयी है. मगर विकलांग होने का उन्हें अपना Medical सर्टिफिकेट दिखाना होगा। वैसे आपको बता दे की मंत्रालय ने इससे पहले 6 फरवरी को एक नई हज नीति की घोषणा की थी, जिसके तहत एप्लीकेशन फॉर्म मुफ्त में उपलब्ध कराए गए हैं. साथ ही हर भारतीय तीर्थयात्री पैकेज की लागत 50,000 रुपये कम कर दी गई है.

इंदौर से भी Hajj Pilgrims के लिए सीधी फ्लाइट की व्यवस्था

नई हज नीति को लेकर मंत्रालय ने कहा कि महिलाओं, बच्चों, दिव्यांगजन और बुजुर्गों के लिए आरोहण स्थलों के व्यापक विकल्प और विशेष व्यवस्था की गई है. वहीँ इस साल के हज के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या की कोई सीमा नहीं होगी. नेशनल हज कमेटी की सिफारिश पर भोपाल के साथ-साथ इंदौर से भी हज के लिए सीधी फ्लाइट की व्यवस्था कर दी गई है. हज कमेटी से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में से बड़ी संख्या में हज यात्री यात्रा करते हैं. इस बार भी करीब पांच हजार लोगों को हज यात्रा पर जाने का अनुमान है.

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