Saudi Arab – सऊदी अरब से भारत लौटना और अपने परिजनों को देखना एक व्यक्ति के लिए सपना ही रह गया। क्यूंकि भारत लौटने से पहले उस व्यक्ति का इंतकाल हो गया। दरसअल सऊदी अरब में एक भारतीय नागरिक वापस अपने घर लौटने के लिए और अपने परिजनों से मिलने के लिए तैयार था। जिसके लिए वो सऊदी से भारत के लिए फ्लाइट लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंचा लेकिन फ्लाइट में बोर्ड होने के कुछ घंटे पहले ही वो इस दुनिया से रुक्सत हो गया। व्यक्ति के निधन की वजह हार्ट अटैक बताया जा रहा है। भारतीय नागरिक तेलांगना का रहने वाला बताया गया है।
सऊदी हवाई अड्डे पर हुई एक दुखद घटना में, तेलंगाना के एक व्यक्ति मोहम्मद चंद पाशा की भारत के लिए निर्धारित उड़ान से ठीक एक घंटे पहले दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। पाशा, जो अपने 50 के दशक में थे, कोंडापुर गांव, जगतियाल, तेलंगाना में कोडिमयाल मंडल के मूल निवासी थे, और आभा शहर में काम करने के लिए सऊदी अरब गए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार, पाशा की मौत की खबर 2 मार्च को उनके निधन के लगभग तीन हफ्ते बाद 20 मार्च को सामने आई। घटना के विवरण के अनुसार, दिल का दौरा पड़ने के तुरंत बाद पाशा को अस्पताल ले जाया गया। दुर्भाग्य से, डॉक्टरों ने आने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पहले भी घाट चुकी है ऐसी घटनाए
आपको बता दे की पाशा का निधन 2 मार्च को ही हो गया था लेकिन उसकी मौत की खबर 20 मार्च को हुई। ऐसा बहुत बार देखा जाता है की सऊदी में किसी का निधन काफी पहले ही हो जाता है पर परिजनों को बाद में पता चलता है या मौत के कई दिनों बाद शव की बरामदगी होती है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के परिवार का भी है जहां उसके परिजन की मौत काफी पहले ही हो गई थी लेकिन कई महीने बाद परिजनों को शव मिला। दरअसल उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से नौकरी करने जेद्दा (सऊदी अरब) गए एक युवक की मौत हो गई थी और सात महीने बाद भी उसके शव को भारत नहीं लाया जा सका था ।
परिजन उसका शव अपने देश में लाकर उसका अंतिम संस्कार करना चाहते थे। हालांकि मृतक युवक की पत्नी ने जेद्दा में ही अंतिम संस्कार करने की अनुमति दे दी गई थी। पुलिस अधीक्षक (एसपी) एस आनंद ने बताया कि मोहम्मद आलम (35) नौकरी करने जेद्दा गए थे और उनके परिजन यहां रहते थे। उन्होंने बताया था कि सात महीन पहले आलम की मौत हो गई। उन्होंने आगे बताया था कि जैसे ही मामला उनके संज्ञान में आया, मृतक के परिजनों को ढूंढ कर उन्हें दूतावास से भेजी गई सूचना और सहमति पत्र के बारे में भी बता दिया गया था। इसके बाद मृतक की मां और भाई ने इसको लेकर सहमति दे दी कि वे चाहते हैं कि उनके भाई का शव यहां भारत लाया जाए। जिसके बाद आगे की करवाई हुई।