UAE: हैदराबाद के एक पिता ने अपनी बेटी की संदिग्ध मौत के बाद विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मदद की अपील की है। उनकी बेटी सालेहा तबस्सुम, जो दुबई में अपने पति और तीन बेटियों के साथ रह रही थी, की मृत्यु 11 जुलाई को हुई थी। उनका परिवार दुबई से कोई खबर नहीं पा रहा है, और इस स्थिति ने उनके पिता महमूद को मानसिक रूप से बहुत तकलीफ दी है।
परिवार दुबई में था, पर संपर्क नहीं हो पा रहा था
38 साल की सालेहा तबस्सुम उर्फ फरहीन की तबियत 11 जुलाई को खराब हो गई और उन्हें सिलिकॉन ओएसिस के अल फकीह यूनिवर्सिटी अस्पताल में भर्ती किया गया। लेकिन इसके बाद से उनका परिवार उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा है। सालेहा के मोबाइल फोन बंद हैं, और उनके पति, बेटियां या अन्य परिवार के लोग भी उनसे नहीं जुड़ पा रहे हैं। इस स्थिति ने परिवार को और ज्यादा चिंतित कर दिया है।
पिता की दर्दभरी अपील
सालेहा के पिता महमूद ने भारत सरकार को एक पत्र लिखकर मदद की अपील की। उन्होंने कहा कि उनके दामाद की चुप्पी और सालेहा की मौत के बारे में जानकारी न मिल पाना मानसिक रूप से बहुत कष्टकारी है। महमूद ने भारतीय वाणिज्य दूतावास से मदद की गुहार लगाई और अपील की कि उनकी बेटी के शव को जल्द से जल्द हैदराबाद लाया जाए। उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि कोई भी जानकारी उन्हें सीधे दी जाए ताकि वे जान सकें कि क्या हो रहा है।
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
महमूद की अपील के बाद, विदेश मंत्रालय (MEA) ने अपने आधिकारिक पोर्टल पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पुष्टि की कि मामला मदद पोर्टल पर दर्ज किया गया है और आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित दूतावास को भेज दिया गया है। विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि मामले की स्थिति मदद पोर्टल पर देखी जा सकती है।
कठिन वक्त में परिवार की जरूरत
यह घटना सालेहा के परिवार के लिए बहुत दर्दनाक है। न केवल उन्हें अपनी बेटी की संदिग्ध मौत की खबर मिली, बल्कि संपर्क की कमी ने उनकी चिंता को और बढ़ा दिया है। अब परिवार को बस यही उम्मीद है कि विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास उनकी मदद करेंगे और उनका प्रिय जन जल्द ही घर वापस आ सके।