ईद के मौके पर बिहार में बिक रहा सऊदी अरब का ख़ास जानमाज़ !

India Saudi Eid al Fitr : रमज़ान अब बस चंद दिनों के मेहमान है और ईद की तैयारी शुरू हो चुकी है. इसलिए बिहार में ईद के चलते ऐसे ऐसे ख़ास सामानो की बिक्री हो रही है जिसे आप भी खरीदना चाहेंगे। जी हां रमजान में कई देशों के निर्मित सामान बिहार के सहरसा में भी खूब बिक रही है। रमजान में जहां इंडोनेशिया, बांग्लादेश और तुर्की की टोपी बिक रही है। वहीं पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब के जानेमाज की भी बिक्री हो रही है।

इतना ही नहीं ईरान, सऊदी अरब, बांग्लादेश, तुर्की, इंडोनेशिया सहित अन्य देशों के खजूर को भी सहरसा के लोग काफी पसंद कर रहे हैं। यानी कई देशों के बॉर्डर को लांघते हुए कई सामान सहरसा के बाजारों में बिक रही है। उन्हें लोग पसंद कर खरीददारी भी कर रहे हैं। स्थानीय चांदनी चौक स्थित मो शवी अहमद की एक मात्र होलसेल की दुकान है। जहां से सहरसा के अलावे मधेपुरा और सुपौल जिले के छोटे-छोटे दुकानों तक सामान भेजे जाते है। उनके दुकान में सऊदी अरब और ईरान के कई वैरायटी की खजूर उपलब्ध हैं।

जिसमें ईरान की कीमिया खजूर 300 से 400 रुपए प्रति किलो ,सऊदी अरब की कलमी खजूर 700 से 800 रुपए प्रति किलो , सऊदी अरब के ही मगरूम खजूर 1000 रुपए प्रति किलो और सबसे उत्तम क्वालिटी के सऊदी अरब की अजवा खजूर 1400 से 1600 रुपए प्रति किलो बिक रही है। लोग उसे काफी पसंद कर रहे हैं। हालांकि इसके अलावे अन्य देशों के भी खजूर उपलब्ध हैं। लेकिन उनकी कीमत कम है।

दुकानदार शवी अहमद ने बताया कि उनकी दुकान पर 10 रुपए से लेकर 250 रुपए तक की टोपी है। लेकिन सबसे ज्यादा बांग्लादेश के टोपी जो हाथ से बनी जालीदार टोपी की मांग है। जो कीमती भी है और लोग इसे पसंद भी कर रहे हैं। इसके बाद इंडोनेशिया और तुर्की की टोपी को लोग अधिक पसंद करते हैं।
इन सब के आलावा उनकी दुकान में तुर्की , सऊदी अरब और पाकिस्तान की भी जानेमाज उपलब्ध है। साथ ही बांग्लादेश , सऊदी अरब और भारत के कई प्रदेशों के जानेमाज भी उपलब्ध हैं। लेकिन खूबसूरती में तुर्की , पाकिस्तान और सऊदी अरब की जानेमाज को सबसे ज्यादा लोग पसंद कर रहे हैं। उनकी बिक्री भी अच्छी चल रही है। तो ये सब ईद अल फ़ित्र की हो रही है.

इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमी सेंटर के अनुसार,अधिकांश मध्य पूर्व देशों में गुरुवार को शव्वाल का चाँद आंखों या दूरबीन से देखा जाना लगभग असंभव है। यहां तक कि ब्रिटिश सरकार की रिपोर्ट बताती है कि गुरुवार को मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका और यूनाइटेड किंगडम से अर्धचंद्र के देखे जाने की संभावना नहीं है।

सऊदी अरब और अन्य मध्य पूर्व के देशों में ईद-उल-फितर शनिवार, 22 अप्रैल, 2023 को मनाए जाने की संभावना है। दूसरी ओर, भारत में शनिवार या रविवार को ईद-उल-फितर मनाने की संभावना है। हालांकि अगर शुक्रवार को चांद नजर आता है तो ईद-उल-फितर शनिवार को मनाई जाएगी। यानी अगर इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमी सेंटर और ब्रिटिश सरकार की भविष्यवाणी सच हो जाती है और भारत में शुक्रवार को चांद नजर आता है तो भारत और सऊदी अरब के एक ही दिन ईद-उल-फितर मनाने की संभावना है.

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