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UAE : 25 साल की जेल की थी सजा लेकिन माँ की दुआ हुई क़ुबूल , दो साल बाद लौटा बेटा

Priya Jha
4 Min Read

UAE : पंजाब के माछीवाड़ा साहिब निवासी मनप्रीत सिंह चार साल बाद अपने वतन लौट आए। जैसे ही वह अपने घर पहुंचे, मां ने गले लगाकर अपने बेटे का स्वागत किया, और पूरे परिवार की आंखें खुशी के आंसुओं से भर आईं।

विदेश कमाने गया, लेकिन पहुंच गया जेल

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मनप्रीत सिंह 2020 में दुबई (यूएई) गए थे और वहां एक कंपनी में डेढ़ साल तक कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर काम किया। जब कॉन्ट्रैक्ट खत्म हुआ, तो वे अजमान शहर में अपने पंजाबी परिचितों के पास रहने चले गए। लेकिन वहां पहुंचने के 10 दिन बाद ही पुलिस ने उनके कमरे पर छापा मारा

मनप्रीत कुछ पाकिस्तानी नागरिकों के साथ रह रहे थे। छापेमारी में उनके पास से नशीले पदार्थ मिले, जिसके कारण कमरे में मौजूद सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में मनप्रीत को भी 25 साल की सजा सुनाई गई।

“मुझे लगा था, अब कभी अपने परिवार से नहीं मिल पाऊंगा”

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मनप्रीत ने अपने दर्द को बयां करते हुए कहा, “मैंने पुलिस से बहुत मिन्नतें कीं कि मैं निर्दोष हूं, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। जब मामला कोर्ट में गया, तो 25 साल की सजा सुना दी गई। मेरी सारी उम्मीदें टूट चुकी थीं। मुझे लगा था कि अब कभी अपनी मां, भाई और बहन से नहीं मिल पाऊंगा।”

जेल में मनप्रीत को बहुत मुश्किलें झेलनी पड़ीं। उन्होंने बताया, “हमें बहुत कम खाना दिया जाता था। मानसिक तनाव इतना बढ़ गया था कि मैं हिम्मत हार चुका था। घर पर फोन करने की भी सिर्फ 1-2 मिनट की इजाजत मिलती थी, वो भी 2 महीने में एक बार।”

मां की दुआ से मिली आज़ादी

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मनप्रीत की मां परमजीत कौर ने अपने बेटे की रिहाई के लिए दिन-रात भगवान से प्रार्थना की। उनकी दुआ रंग लाई और राष्ट्रीय दिवस पर यूएई सरकार ने दया और सहानुभूति के आधार पर कुछ कैदियों को रिहा करने का फैसला लिया। मनप्रीत का नाम भी रिहा होने वाले कैदियों की सूची में शामिल हो गया और ढाई साल बाद उसे जेल से रिहा कर भारत भेज दिया गया

अब कभी नहीं जाएगा विदेश

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मनप्रीत ने कहा, “मैंने विदेश जाने के सपने देखे थे, लेकिन जो कुछ मेरे साथ हुआ, उसके बाद मैं अब कभी विदेश नहीं जाऊंगा। अपने वतन में ही रहूंगा और अपने परिवार के साथ जिंदगी गुजारूंगा।”

उन्होंने युवाओं से भी अपील की, “विदेश जाने के बजाय अपने देश में ही काम करें। परिवार से दूर रहकर संघर्ष करने से अच्छा है कि अपने वतन में रहकर मेहनत करें।”

घर लौटा बेटा, फूट-फूट कर रोई मां

मनप्रीत के लौटने के बाद घर में खुशी का माहौल था, लेकिन मां की आंखों से आंसू नहीं थम रहे थे। बेटे को गले लगाकर वो बार-बार भगवान का शुक्रिया अदा कर रही थीं। उनके लिए ये किसी चमत्कार से कम नहीं था।

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