Saudi Arab: सऊदी अरब ने जबरन मजदूरी खत्म करने के लिए एक नई नीति लॉन्च की है। यह कदम मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय (MoHRSD) की ओर से उठाया गया है। इसका मकसद हर किसी के लिए एक सुरक्षित और निष्पक्ष कार्य का माहौल बनाना है और मानवाधिकारों के प्रति सऊदी अरब की प्रतिबद्धता को दिखाना है।
सऊदी बना पहला देश
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सऊदी अरब इस तरह की व्यापक नीति पेश करने वाला पहला अरब देश बन गया है। यह नीति जबरन मजदूरी रोकने, पीड़ितों की सुरक्षा करने और उनकी मदद करने पर फोकस करती है। इसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलकर काम करने पर जोर दिया गया है।
किंगडम ने जबरन मजदूरी से जुड़े अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपनाने में भी बड़ी प्रगति की है। यह अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के 2014 प्रोटोकॉल को मान्यता देने वाला पहला खाड़ी देश (GCC) बन गया है।
कमगारों को होगा फायदा
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मंत्रालय के उप मंत्री सत्तम अलहरबी ने कहा, “यह नीति सऊदी अरब के लिए एक बड़ा कदम है। इससे हर किसी को एक सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल में काम करने का भरोसा मिलेगा।” इस नीति में पीड़ितों की मदद के लिए खास प्रोग्राम शामिल हैं।
इसमें कानूनी, सामाजिक और आर्थिक सहायता देना, पीड़ितों को न्याय दिलाना और दोबारा शोषण से बचाने के उपाय करना शामिल है। सऊदी अरब इस मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, खासकर ILO, के साथ मिलकर काम करेगा। यह पहल किंगडम के विज़न 2030 के लक्ष्यों को हासिल करने और बेहतर कार्य वातावरण बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।