Kuwait: कुवैत के अमीर ने भारतीय प्रधानमंत्री को राज्य का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित पदक प्रदान किया है। यह सम्मान दोनों देशों के बीच लंबे समय से बने मजबूत रिश्तों और प्रधानमंत्री के योगदान को मान्यता देने के लिए दिया गया है।
सम्मान का महत्व
यह पदक कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने कुवैत और अन्य देशों के बीच मजबूत सहयोग और दोस्ती को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हो। भारतीय प्रधानमंत्री को यह सम्मान उनके नेतृत्व और कुवैत के साथ दोस्ताना संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रदान किया गया।
दोनों देशों के रिश्ते
भारत और कुवैत के संबंध ऐतिहासिक और गहरे हैं। भारत हमेशा से कुवैत का भरोसेमंद साथी रहा है, खासकर व्यापार, ऊर्जा और प्रवासी भारतीयों के योगदान के क्षेत्रों में।
- प्रवासी भारतीयों का योगदान: कुवैत में लाखों भारतीय काम कर रहे हैं, जो कुवैत की अर्थव्यवस्था और समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- व्यापार और ऊर्जा संबंध: कुवैत, भारत को तेल आपूर्ति करने वाले मुख्य देशों में से एक है, और दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते बहुत मजबूत हैं।
अमीर का संदेश
कुवैत के अमीर ने इस सम्मान को देते हुए कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत और कुवैत के रिश्ते नई ऊंचाइयों पर पहुंचे हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग और दोस्ती को और मजबूत करने की इच्छा जताई।
प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया
भारतीय प्रधानमंत्री ने इस सम्मान के लिए कुवैत के अमीर और वहां की जनता का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान केवल उनके लिए नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है।
यह सम्मान भारत और कुवैत के बीच दोस्ती और भरोसे का प्रतीक है। दोनों देशों ने पिछले कुछ दशकों में अपने रिश्तों को और मजबूत किया है, और यह सम्मान इसी कड़ी को आगे बढ़ाने का उदाहरण है। भारतीय प्रधानमंत्री को दिया गया यह पदक भारत और कुवैत के बीच भविष्य में और भी गहरे रिश्तों की उम्मीद जगाता है।