Indore-dubai Police : दरअसल इंदौर के एक व्यक्ति को करोड़ों की ठगी में गिरफ्तार किया गया है. उस व्यक्ति का नाम मोहित जैन बताया गया उसपर आरोप है कि वह गुजरात के व्यापारियों से केमिकल मंगवाकर दुबई एक्सपोर्ट करता था, लेकिन दुबई में कंटेनर में चूना निकलता था। उसने ठगी के लिए 50 से अधिक शैल कंपनियां बना रखी थीं, जिससे वह जीएसटी इनपुट भी लेता था।
क्राइम ब्रांच ने सूरत और वडोदरा के आकाश केमिकल और रिधम केमिकल के मालिकों की शिकायत पर इंदौर से मोहित जैन को गिरफ्तार किया है। बताते हैं कि वह गुजरात के व्यापारियों से अलग-अलग कंपनी के नाम पर केमिकल के कंटेनर मंगवाता था और फिर केमिकल की अफरा-तफरी कर देता था। दुबई में उसके स्थान पर कंटेनर में चूना निकलता था। इसकी शिकायत व्यापारियों को मिली तो उन्होंने इंदौर पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर से शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ा और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया.
फिलहाल उसने पूछताछ की जा रही है। अब पता लगाया जा रहा है कि गिरोह में कितने लोग शामिल हैं। केमिकल कैसे निकालकर किसको बेचा जाता था। यह भी पता चला है कि वह इन शैल कंपनियों के माध्यम से जीएसटी इनपुट का लाभ भी कई सालों से ले रहा था। इसके चलते जीएसटी विभाग को भी सूचना दी गई है। वे भी आरोपी से पूछताछ करेंगे। पुलिस कमिश्नर देउस्कर का कहना है कि करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला पकड़ा है, जिसकी जांच क्राइम ब्रांच कर रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा।
इन दिनों दुबई से ठगी के मामले बहुत ज़्यादा सामने आ रहे हैं. एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का मामला फरवरी में आया था। गिरोह के सदस्य गरीब और मजबूर लोगों के खाते किराये पर लेकर ठगी की राशि जमा करवा रहे हैं। पुलिस ने एक आरोपित शाहबाज को आगरा से गिरफ्तार किया, जो खाते मुहैया करवाता है। निमिष अग्रवाल के मुताबिक बाणगंगा थाना क्षेत्र निवासी एक छात्रा की शिकायत पर पुलिस आनलाइन ठगी की जांच कर रही थी। रुपयों की आवश्यकता होने पर छात्रा गूगल पर नौकरी ढूंढ रही थी।
अचानक मैसेज आया और छात्रा की प्रोफाइल के मुताबिक आनलाइन काम बताया। कहा कि एमपी मार्ट के माध्यम से वह घरेलू और कास्मेटिक सामान खरीद सकती है। सदस्यता लेने पर उसे किफायती दरों पर सामान मिलेगा, जिससे वह कमीशन निकाल कर बेच सकती है। छात्रा ने सामान खरीदने के लिए करीब एक लाख 57 हजार रुपये जमा करवाए, लेकिन उसे सामान नहीं मिला। इसके बाद उसने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने बैंक खातों की जानकारी निकाली और शाहबाज खान निवासी फतेहपुर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला शाहबाज तो एक मोहरा है। असली खिलाड़ी तो शानू है, जो दुबई से नेटवर्क संचालित कर रहा है। शाहबाज जैसे कई लड़के हैं, जिनसे वह किराये पर खाते लेता है। पुलिस के मुताबिक शानू मूलत: दक्षिण भारत का रहने वाला था. शाहबाज ने प्रारंभिक पूछताछ में डेढ़ सौ से ज्यादा खाते देना स्वीकार किया है.