भारतीय प्रवासी को मुआवजे के रूप में मिला 11 करोड़ रुपए

UAE – साल 2019 में दुबई में एक भीषण बस हादसा हुआ था। उस हादसे में लगभग 17 लोगों की मौत हो गई थी। उस हादसे में एक भारतीय युवक भी गंभीर रूप से घायल हुआ था। अब मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दुबई की एक अदालत ने भारतीय युवक को मुआवजा देने का आदेश दिया है। और यह मुआवजा है पांच लाख दिरहम यानी कि करीब 11 करोड़ रुपए। बता दें कि भारतीय युवक मुहम्मद बेग मिर्जा, दुबई में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। 2019 में जब वह ओमान से दुबई आ रहा था इस दौरान वो जो बस में वह सवार था, वह एक दुर्घटना का शिकार हो गई। इस हादसे में बस में सवार 31 यात्रियों में से 17 की मौत हो गई थी, जिनमें से 12 भारतीय थे।

बैरियर से टकरा गई थी बस

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हादसा मेट्रो स्टेशन पार्किंग में हुआ, जहां बस एक बैरियर से टकरा गई थी। इससे बस का ऊपरी हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। इस मामले में बस के ड्राइवर को सात साल की सजा हुई थी और साथ ही उसे पीड़ित परिवारों को 34 लाख दिरहम मुआवजे के तौर पर देने का आदेश दिया गया था। मुहम्मद बेग मिर्जा के वकील ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात की इंश्योरेंस अथॉरिटी ने पहले युवक को 10 लाख दिरहम मुआवजे के तौर पर दिए लेकिन इसके खिलाफ उन्होंने दुबई की एक अदालत में याचिका दायर की और 50 लाख दिरहम मुआवजे की मांग की। बता दें कि बस हादसे में मुहम्मद बेग मिर्जा बुरी तरह से जख्मी हो गया था। उसके मस्तिष्क 50 फीसदी तक क्षतिग्रस्त हो चुका है।

बेग मिर्जा 14 दिनों तक था बेहोश

बेग मिर्जा दुबई के राशिद अस्पताल में दो महीने से अधिक समय तक भर्ती रहे। वह 14 दिनों तक बेहोश रहे, जिसके बाद डॉक्टरों ने कहा कि दुर्घटना के कारण गंभीर मस्तिष्क क्षति की वजह से मिर्जा के सामान्य जीवन में लौटने की संभावना बहुत कम थी। वह मैकेनिकल इंजीनियरिंग में अपनी अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा की तैयारी कर रहा था, लेकिन दुर्घटना के कारण वह अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाया। यूएई सुप्रीम कोर्ट ने बीमा कंपनी को एक मेडिकल रिपोर्ट पढ़ने के बाद मुआवजे का भुगतान करने का आदेश दिया, जिसमें कहा गया था कि मिर्जा को 50 प्रतिशत स्थायी मस्तिष्क क्षति हुई थी। मामले के बारे में बतया जा रहा है की ओमान के मस्कट में रहने वाले अपने रिश्तेदारों से मिलने के बाद मुहम्मद बेग वापस दुबई लौट रहा था, जहां वह मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर रहा था। हादसे की वजह से उसकी पढ़ाई छूट गई और वह दिव्यांग हो चुका है।

बुद्धिमान छात्र था मिर्जा

वरिष्ठ सलाहकार एसा अनीस ने एक मिडिया को बताया कि मुहम्मद बेग मिर्जा ने न केवल अपने शरीर के अंगों के कार्यों को खो दिया बल्कि एक खुशहाल जीवन और उज्‍जवल भविष्य का अवसर भी खो दिया। वह एक अत्यंत बुद्धिमान छात्र था और विश्वविद्यालय फुटबॉल और वॉलीबॉल टीमों का मेंबर भी था। अनीस ने कहा कि इस दुर्घटना के कारण उनके परिवार को भारी मानसिक, सामाजिक और आर्थिक क्षति उठानी पड़ी। यह राशि आंशिक रूप से परिवार को इस जीवन बदलने वाली दुर्घटना से उबारने में मदद करेगी। मिर्जा के वकीलों के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात बीमा प्राधिकरण, एक प्राथमिक समझौता अदालत ने शुरू में उन्हें मुआवजे के रूप में 1 मिलियन दिरहम से सम्मानित किया था।

 

 

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