Dubai Road Accident : रास अल खैमाह में सोमवार को ट्रक के भीषण हादसे में ड्राइवर पर की मौत हो चुकी है. रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना में दो ट्रक आपस में टकरा गए थे जिससे दोनों में आग लग गई। हादसे की सुचना मिलते ही फ़ौरन घटना स्थल पर रेस्क्यू टीम पहुंची। और मामले पर काबू पाया।
आग को नागरिक सुरक्षा अधिकारियों ने बुझाया था। बता दे कि ट्रक ड्राइवर एक एशियाई प्रवासी था जिसकी मौत हो गयी. उसके शव को उठाया गया और एम्बुलेंस में ले जाकर अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। वहीँ अगर दुबई में रोड एक्सीडेंट की खबर है तो एक खबर और आपको बता देते हैं. दरअसल चार साल पहले दुबई में एक रोड एक्सीडेंट में भारतीय नागरिक बुरी तरह घायल हो गया था. वह 14 दिन कोमा में रहा और 10 महीने तक उसका इलाज चला. अब इंश्योरेंस कंपनी से 11 करोड़ रुपए का मुआवजा मिला है.
जी हां एक भारतीय नागरिक चार साल पहले दुबई में बस एक्सीडेंट में बुरी तरह घायल हो गया था. मुहम्मद बेग मिर्जा नाम के शख्स को इंश्योरेंस कंपनी ने अब 11 करोड़ रुपए (5 मिलियन दिरहम) का मुआवजा दिया है. बस ओमान से युनाइटेड अरब अमिरात जा रही थी, तभी दुबई में दुर्घटना का शिकार हो गई. बस में 31 लोग सवार थे. 2019 के इस रोड एक्सीडेंट में 17 लोग मारे गए थे, जिसमें 12 भारतीय थे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सीडेंट तब हुआ जब बस के ड्राइवर ने यहां मेट्रो स्टेशन के एंट्री पॉइंट पर एक ऊंचे बैरियर में टक्कर मार दी. बस के तेज रफ्तार की वजह से बस का बायां ऊपरी हिस्सा पूरी तरह नष्ट हो गया था. बस ड्राइवर ओमान का रहने वाला था और एक्सीडेंट केस में स्थानीय कोर्ट ने उसे सात साल की सजा सुनाई थी. कोर्ट ने ओमानी ड्राइवर को पीड़ित परिवार को 3.4 मिलियन दिरहम ब्लड मनी देने को कहा था. मिर्जा बेग के वकील ने बताया कि कोर्ट ने पहले उन्हें एक मिलियन दिरहम मुआवजे का फैसला दिया था. हालांकि बाद में वह फिर कोर्ट गया और फैसले को चुनौती दी. कोर्ट ने लंबी सुनवाई के बाद अपने फैसले को पलट दिया और इंश्योरेंस कंपनी को 5 मिलियन दिरहम यानी 11 करोड़ रुपए का मुआवजा देने कहा.
20 वर्षीय मिर्जा बेग छुट्टियों के बाद मस्कत के रास्ते पर था. वह इतनी बुरी तरह घायल हो गया था कि 10 महीने तक अस्पताल में भर्ती रहा. वह 14 दिनों तक कोमा में भी रहा था. बाद में उसे रिहेब सेंटर में भी रहना पड़ा. रिपोर्ट के मुताबिक वह फाइनल यर की परीक्षा की तैयारी कर रहा था. वह मकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर रहा था. एक्सीडेंट की वजह से उसका डिप्लोमा भी पूरा नहीं हो पाया. उसका ब्रेन 50% तक डैमेज हो चुका था. बताया गया कि अब मुआवजा मिलने से उन्हें बड़ी राहत मिलेगी.