Dubai Dry Fruits Company Hub : दुबई ड्राई फ्रूट्स एंड स्पाइस हब पर सालों से केस फाइल है अब तक इसमें शामिल कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. वहीँ इन सब आरोपियों में एक महिला भी शामिल थी जो तीन सालों से फरार थी. पुलिस ने उस महिला पर 25 हज़ार का इनाम भी रखा था, जो भी महिला को पुलिस के हवाले करेगा या आरोपी महिला के कहीं छिपे होने की जानकारी पुलिस में देगा तो उसे पुलिस 25 हज़ार रूपए इनाम में देगी और आखिरकार 270 करोड़ रुपये के ड्राई फ्रूट्स ठगी मामले में तीन साल से वांछित चल रही 25 हजार की इनामी महिला आगरा के सिकंदरा की नील कमल को बुधवार को सेक्टर-63 कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर ही लिया। महिला का नाम नील कमल है.
उसपर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में 11 केस दर्ज हैं। वैसे इस मामले में अब तक कुल दस आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। बीते तीन साल से नोएडा पुलिस आरोपी महिला नील कमल की तलाश कर रही थी। लंबे समय तक जब उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो नौ फरवरी 2021 को कमिश्नरेट मुख्यालय की तरफ से उसपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया। घोटाले के मास्टरमाइंड मोहित गोयल के साथ मिलकर नील कमल ने हजारों लोगों से कई सौ करोड़ रुपये की ठगी करी है. मगर बुधवार को महिला किसी काम से नोएडा आई थी। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस की टीम ने उसे इलेक्ट्रानिक मेट्रो स्टेशन के पास से दबोच लिया।
सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस भी महिला की तलाश कर रही थी। संबंधित कंपनी सेक्टर-58 कोतवाली क्षेत्र में थी,ऐसे में वहां की पुलिस ने भी बुधवार को महिला से पूछताछ की। घोटाले का मास्टर माइंड मोहित गोयल, नील कमल व इनके अन्य साथी पहले माल मंगवाते थे। इसके बदले कुल कीमत का छोटा हिस्सा आरोपित विक्रेता को देते थे। बाकी चेक भेजते थे वह बाउंस हो जाता था। विक्रेता जब चेक बाउंस होने पर विरोध करते तो नील सहित अन्य आरोपित उन्हें झूठे दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी देते थे। षडयंत्र में नील कमल की महत्वपूर्ण भूमिका रहती थी। सरगना के खिलाफ पूर्व में ही गैंगस्टर एक्ट सहित अन्य धाराओं में कार्रवाई भी की जा चुकी है।
कोतवाली प्रभारी अमित कुमार मान ने बताया कि आरोपी महिला नील ने मोहित गोयल के साथ मिलकर सेक्टर-58 में दुबई ड्राई फूड एंड स्पाइस हब नाम से कंपनी खोली और वहीं पर एक ऑफिस भी बना लिया। नील और उसके अन्य साथी ऑफिस में बैठकर देश और विदेश के विक्रेताओं को ड्राई फूड का आर्डर देने लगे और उनसे माल मंगवाने लगे। प्रारंभिक चरण में आरोपितों ने विक्रेताओं को समय पर पेमेंट भी किया। जैसे-जैसे भारी मात्रा में माल पहुंचने लगा आरोपितों ने उन्हें पैसा देना कम कर दिया। उन आरोपियों ने इस तरह से सैकड़ों लोगों से करीब करोड़ों रुपये की ठगी की. बता दे कि इस ठगी के मामले में कुल 17 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। कई अन्य आरोपी अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं, उनपर इनाम घोषित है.