अबू धाबी की एक अदालत ने एक व्यक्ति को अपने पूर्व नियोक्ता को 51,450 दिरहम का भुगतान करने का आदेश दिया। यह आदेश उस ड्राइवर के खिलाफ दिया गया, जिसने लाल बत्ती का उल्लंघन किया और कंपनी द्वारा वसूले गए यातायात जुर्माने को चुकाने में असफल रहा।
कंपनी ने क्यों दायर किया मुकदमा?
अबू धाबी श्रम न्यायालय के दस्तावेजों के मुताबिक, कंपनी ने ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, क्योंकि उसने 3,000 दिरहम का जुर्माना लगाया था और कंपनी को उस जुर्माने का भुगतान करना पड़ा था। ड्राइवर के खिलाफ कंपनी ने यह आरोप लगाया कि उसने लाल बत्ती पार कर के यातायात नियमों का उल्लंघन किया था, जिसके कारण कंपनी को कुल 51,450 दिरहम का भुगतान करना पड़ा।
कंपनी ने ड्राइवर से पैसे वापस करने की कोशिश की
कंपनी ने ड्राइवर से बार-बार पैसे वापस करने की कोशिश की, लेकिन वह पैसे वापस नहीं कर रहा था। इस दौरान, कंपनी ने 5% विलंब भुगतान शुल्क और कानूनी लागत के अलावा वकील की फीस भी जोड़ी।
अदालत ने क्या फैसला सुनाया?
अदालत ने इस मामले में ड्राइवर की वेतन रिपोर्ट, काम का अनुबंध और केस से जुड़े अन्य दस्तावेज़ों की समीक्षा की। अदालत ने पुष्टि की कि ड्राइवर को कंपनी ने एक निश्चित अवधि के अनुबंध के तहत टैक्सी ड्राइवर के रूप में नियुक्त किया था। कंपनी ने अदालत को यह भी साबित किया कि उसने 51,450 दिरहम का भुगतान किया है।
कंपनी की जीत और ड्राइवर को भुगतान का आदेश
अदालत ने साक्ष्य के आधार पर फैसला सुनाया और ड्राइवर को पूरी राशि, यानी 51,450 दिरहम, वापस करने का आदेश दिया। अदालत ने कहा कि कंपनी ने अपने अधिकार को साबित किया और ड्राइवर से यह राशि वापस दिलवाने का आदेश दिया।
यह मामला यह दिखाता है कि अगर आप किसी कंपनी के लिए काम करते हैं, तो आपको कंपनी की नीतियों और नियमों का पालन करना चाहिए। यदि आप गलत करते हैं, तो आपको न केवल कानूनी जिम्मेदारियों का सामना करना पड़ सकता है, बल्कि आपको कंपनी को हुए नुकसान की भरपाई भी करनी पड़ सकती है।