Sudan Indians : जैसा कि सूडान देश में युद्ध छिड़ चुका है और अब्ब तक 400 से कहीं ज़्यादा लोग मर भी चुके हैं. वहीँ इस गृह युद्ध में भारतीय नागरिकों के फंसे होने की भी कहबर है. इसलिए भारत सरकार ने अपने भारतीयों के बचाव और सुरक्षा के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’ चला रहे हैं और लगातार भारतीयों को वहां से सुरक्षित सऊदी अरब के जेद्दाह भेज रहे हैं यहाँ आने के बाद वे भारत लाये जाएंगे।
सभी को सूडान पोर्ट से सऊदी अरब के जेद्दाह पहुंचाया गया। वहीं, एयरक्राफ्ट से भी जेद्दाह लाया गया। इन्हें एयरलिफ्ट करके भारत भी लाया जा रहा है। बता दे कि सूडान में फंसे भोपाल के कारोबारी जयंत केवलानी वहां से सुरक्षित निकलने के बाद सऊदी अरब के जेद्दाह पहुंच गए हैं। वे अन्य भारतीयों के जत्थे में शामिल थे। जयंत ने परिजनों को खुद की सेल्फी भी भेजी है। जयंत के सुरक्षित निकलने से उनके परिजन खुश है और भारत लौटने का इंतजार कर रहे हैं। घर में उनके स्वागत की तैयारियां की जा रही है।
हार्डवेयर व्यापारी नरेंद्र केवलानी का पुत्र जयंत केवलानी कारोबार के सिलसिले में सूडान गया था। 20 अप्रैल को उसे वापस भारत आना था। वापसी के दो दिन पहले ही वहां गृह युद्ध के हालात निर्मित हो गए। वहां की सेना और पैरामिलिट्री रेपिड सपोर्ट फोर्स के बीच संघर्ष के कारण उसकी वापसी टल गई थी। चिंतित परिवार ने लगातार भारत सरकार से मदद की गुहार की। बहिन वंशिका केवलानी टिवटर सक्रिय रहीं। विदेश मंत्रालय ने जयंत के साथ ही वहां फंसे अन्य भारतीय लोगों को भी सुरक्षित लाने के इंतजाम किए। दो दिन पहले जयंत का नाम एयरलिफ्ट सूची में शामिल हो गया था। सरकार ने मंगलवार को आपरेशन कावेरी के तहत जयंत को भी जत्थे में शामिल कर के जेद्दाह रवाना किया।
भारतीय विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने बताया कि विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि भारत सूडान में सभी भारतीयों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है। अफ्रीकी देश सूडान इस समय गृह युद्ध से जूझ रहा है। सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जारी संघर्ष में अब तक 427 लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरी ओर भारतीय नौसेना का आइएनएस तेग भी ऑपरेशन कावेरी में शामिल हो गया। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पोत सूडान में फंसे हुए भारतीय नागरिकों के लिए जरूरी राहत सामग्री के साथ सूडान पोर्ट पहुंचा।
सूडान में 72 घंटे के सीजफायर के बाद भारतीयों की निकासी के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू कर दिया गया था। अमरीका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बताया कि सूडान के दोनों जनरल 72 घंटे के सीजफायर के लिए सहमत हुए हैं। बातचीत के बाद सूडान आर्म्ड फोर्सेस और रैपिड सपोर्ट फोर्सेस राष्ट्रव्यापी सीजफायर के लिए रजामंद हो गईं। सीजफायर 24 अप्रेल की आधी रात से शुरू हुई थी और अभी तक जारी है।