Sudan Indians Rescue : सूडान में लगातार हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं. देश गृहयुद्ध की चपेट में हैं. सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच हो रही हिंसक झड़पों का शिकार यहां की आम जनता हो रही है. WHO ने बताया कि हिंसा में 413 लोगों की मौत हो चुकी है. सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए भारत के केंद्र सरकार ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है. INS सुमेधा सूडान के बंदरगाह पर पहुंच गया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि वायुसेना के दो C-130J विमान स्टैंडबाय पर रखे गए हैं. ये दोनों इस समय सऊदी अरब के जेद्दाह में है. मंत्रालय ने आगे कहा कि भारत सूडान में गंभीर होती सुरक्षा स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए को-ऑर्डिनेशन भी कर रहा है… भारत कई विकल्पों को फॉलो कर रहा है. सूडानी अधिकारियों के अलावा, सूडान में भारतीय दूतावास भी संयुक्त राष्ट्र, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और अमेरिका के साथ लगातार संपर्क में हैं.
आंकड़ों के मुताबिक सूडान में भारतीयों की संख्या करीब 4,000 है. भारतीय नागरिकों को निकालने का प्लान तैयार है. लेकिन ग्राउंड पर कोई भी गतिविधि सुरक्षा स्थिति पर निर्भर करेगी. चूंकि खार्तूम में विभिन्न जगहों पर भयंकर लड़ाई की खबरों से हालात बिगड़े हुए हैं. सूडानी हवाई क्षेत्र वर्तमान में सभी विदेशी विमानों के लिए बंद है.
सूडान में नागरिक सरकार को सत्ता हस्तांतरित करने की माँग को लेकर 2021 से ही संघर्ष चल रहा है. मुख्य विवाद सेना और अर्धसैनिक बल ‘आरएसएफ’ के विलय को लेकर है. ताज़ा हिंसा कई दिनों के तनाव के बाद हुई. अफ्रीकी देश सूडान में संघर्ष तेज हो गया है. वहां सेना और पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच देशभर में जंग छिड़ गई है. दोनों ही देश की सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं. वहीँ इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के महासचिव हुसैन इब्राहिम ताहा ने सूडान में युद्धरत पक्षों से ईद-उल-फितर के दौरान युद्ध को रोकने की अपील की है। महासचिव ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों से घायल और फंसे हुए लोगों को निकालने की अनुमति देने के लिए संघर्ष विराम समझौते का पालन आवश्यक है। राजनयिकों और नागरिकों को सुरक्षित मार्ग देने का पालन करना चाहिए।
दूसरी ओर, अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल ग़ैत ने सूडान में युद्ध रोकने का आग्रह किया और कहा कि सभी पक्षों को ईद के दिनों में युद्धविराम की घोषणा करनी चाहिए ताकि नागरिक राहत की सांस ले सकें। बुनियादी जरूरत का सामान खरीद सकते हैं। हताहतों की संख्या और आपातकालीन कॉल से निपटने में सक्षम हो सके. बता दे कि अफ्रीकी संघ की देखरेख में सूडान पर एक ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय बैठक को संबोधित करते हुए अबुल गैट ने उपरोक्त अपील की।
यूनिसेफ के प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने कहा कि हमेशा की तरह कोई भी हिंसा बच्चों पर विनाशकारी प्रभाव डालती है. उन्होंने कहा कि हमारे पास 413 लोगों के मारे जाने की सूचना है, इसमें कम से कम नौ बच्चे हैं. 50 बच्चे घायल भी हुए हैं. जब तक लड़ाई जारी रहेगी, यह संख्या बढ़ती रहेगी. एल्डर ने आगे कहा कि उनके पास सूडान में लगभग 50,000 बच्चों का जीवन खतरे में होने की जानकारी है.