Sudan Indians : दरअसल सूडान से निकाले गए अन्य 231 यात्री जेद्दा से अपने घर भारत लौट आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन एयरलाइंस की ओर से उक्त यात्रियों को लौटा दिया गया है. जेद्दाह के किंग अब्दुलअजीज इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रबंधन ने कहा है कि ‘भारतीय यात्रियों का बेहतरीन तरीके से स्वागत किया गया है और उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं।’
एयरपोर्ट प्रशासन के सभी विभागों ने हर संभव सुविधा मुहैया कराकर यात्रियों की वापसी में मदद की है. यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि सऊदी अरब ने सूडान में फंसे विदेशियों की निकासी के लिए हवाई और समुद्री यात्रा की सुविधा प्रदान की है। मित्र देशों के नागरिकों का जेद्दा में स्वागत किया जाता है और उनके प्रत्यावर्तन की सुविधा प्रदान की जाती है।
सूडान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाया जा रहा है। हिंसाग्रस्त सूडान से अपने नागरिकों को वापस लाने के भारत के अभियान ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत मंगलवार को 231 भारतीय स्वदेश लौटे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह जानकारी दी। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ ऑपरेशन कावेरी के तहत एक और विमान अहमदाबाद में उतरा । कुल 231 यात्री सुरक्षित घर पहुंचे।”
वहीं, इस निकासी अभियान के तहत शुक्रवार को दो जत्थों में 754 नागरिक भारत लौटे थे। ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत भारत ने जेद्दा में पारगमन सुविधा स्थापित की है। सूडान से निकाले जाने के बाद भारतीय नागरिकों को सऊदी अरब के इस शहर में लाया जा रहा है। भारत ने सऊदी अरब के शहर जेद्दा में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है ताकि सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने में सुविधा हो सके। सूडान में करीब 3,000 भारतीयों को निकालने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
बता दे कि सूडान में फंसे हर नागरिक को स्वदेश लाने की तैयारी, 3400 भारतीयों ने दूतावास से साधा संपर्क आपरेशन कावेरी के तहत भारतीयों को राजधानी खार्तूम से पहले सड़क मार्ग से पोर्ट सूडान लाया जा रहा है और फिर वहां से सऊदी अरब के शहर जेद्दाह लाया जाने की व्यवस्था है। सूडान से निकासी अभियान में भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सुमेधा, आईएनएस तेग और आईएनएस तरकश शामिल हैं। इसके अलावा भारतीय वायु सेना का विमान भी इसमें शामिल है। इस अभियान के तहत पोर्ट सूडान और जेद्दा में जरूरी आधारभूत ढांचा तैयार किया गया है। सूडान में सेना और एक अर्द्धसैनिक समूह के बीच सत्ता हासिल करने के लिए भीषण संघर्ष जारी है।
सरकार सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और वहां जटिल और विकसित सुरक्षा स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है। सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षित आवाजाही के लिए विदेश मंत्रालय विभिन्न साझेदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है. सूडानी अधिकारियों के अलावा, सूडान में मंत्रालय और भारतीय दूतावास भी संयुक्त राष्ट्र, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और अमेरिका के साथ नियमित संपर्क में हैं.