Saudi Arab: भारत के उत्तरप्रदेश के रहने वाले 50 वर्षीय दयाराम चौधरी का शव मंगलवार को सऊदी अरब से घर पहुंचा, जिससे परिवार में गम का माहौल छा गया। घरवालों के रोने-बिलखने से गांव में भी सन्नाटा पसर गया। दयाराम की मौत 25 दिसंबर को सऊदी अरब में दिल का दौरा पड़ने से हुई थी।
32 साल पहले गए थे रोजी-रोटी की तलाश में
दयाराम 32 साल पहले अपने गांव से सऊदी अरब रोटी-रोजी की तलाश में गए थे। शुरुआत में उन्होंने नौकरी की, लेकिन बाद में सब्जी का कारोबार शुरू कर दिया। कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने अपने छोटे भाई रमेश को भी अपने पास बुला लिया।
दयाराम गांव में अपने मिलनसार स्वभाव के लिए जाने जाते थे। वह पांच भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके भाईयों में से एक खेती करता है, दूसरा पुलिस में सब-इंस्पेक्टर है, और चौथे भाई की पत्नी दो बार ग्राम प्रधान रह चुकी हैं।
अचानक बिगड़ी तबीयत
छोटे भाई रमेश ने बताया कि 25 दिसंबर को दयाराम की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि की। शव को भारत लाने में कई दिन लगे, लेकिन आखिरकार मंगलवार सुबह लखनऊ एयरपोर्ट पर फ्लाइट से शव लाया गया और दोपहर बाद गांव पहुंचा।
परिवार में मातम का माहौल
दयाराम की पत्नी रजनी, बेटा जितेंद्र, और बेटियां संगीता और पल्लवी उनकी मौत से गहरे सदमे में हैं। परिवार और गांव के लोग उनकी यादों को साझा करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। यह घटना पूरे गांव के लिए एक बड़ी त्रासदी बन गई है।