Saudi: सरौरा गांव के छोटेलाल यादव के भतीजे कृष्ण मोहन को एजेंटों ने इलेक्ट्रिशियन के नाम पर सऊदी अरब भेजा, लेकिन वहां पहुंचने के बाद उसे घरेलू नौकर बना दिया गया। छोटेलाल ने बताया कि भतीजे ने अपनी आपबीती फोन पर घरवालों को बताई।
एग्रीमेंट का मजाक
छोटेलाल ने एजेंट सरताज और जुबेर आलम खान के जरिए अपने भतीजे को विदेश भेजने का काम सौंपा था। सरताज ने बताया कि जुबेर आलम को पासपोर्ट और एडवांस पैसे दे दिए जाएं। उन्होंने पहले 30 हजार नगद दिए, फिर स्कैनर से 30 हजार और जुबेर आलम के खाते में 40 हजार जमा करवाए। बचा हुआ 50 हजार सरताज के कहने पर मोनिस खान के खाते में ट्रांसफर कर दिया। कुल मिलाकर डेढ़ लाख रुपये दिए गए।
फ्लाइट टिकट और एग्रीमेंट का झांसा
कृष्ण मोहन को दिल्ली बुलाकर एजेंटों ने पासपोर्ट, फ्लाइट टिकट और इलेक्ट्रिशियन ट्रेड का एग्रीमेंट दिया। वह 4 अक्टूबर को सऊदी अरब रवाना हुआ। लेकिन वहां पहुंचने पर उसे घरेलू काम में लगा दिया गया।
परिवार ने एजेंटों पर कार्रवाई की मांग की
कृष्ण मोहन के घरवालों ने जब एजेंट से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि “एग्रीमेंट का कोई मतलब नहीं होता।” इस घटना से परिवार बेहद परेशान है और उन्होंने एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना विदेश भेजने के नाम पर हो रही ठगी की एक और मिसाल है। ऐसे मामलों में सतर्क रहना और पूरी जांच-पड़ताल करना बेहद जरूरी है।