Saudi: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सऊदी अरब ने अपना दूतावास फिर से खोल दिया है। तालिबान सरकार ने इस कदम का गर्मजोशी से स्वागत किया है। अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद पहली बार सऊदी अरब ने यह बड़ा फैसला लिया है।
सऊदी का X पर बयान
रविवार को सऊदी अरब के दूतावास ने X (पहले ट्विटर) पर कहा कि दूतावास ने अपने मिशन की गतिविधियां दोबारा शुरू कर दी हैं। उन्होंने कहा कि यह कदम “भाईचारे वाले अफगान लोगों को सेवाएं देने की उत्सुकता” के तहत उठाया गया है।
तालिबान ने दिया भरोसा
तालिबान सरकार के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता जिया अहमद तकाल ने सऊदी अरब के इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा, “हम सऊदी दूतावास को पूरी सुरक्षा और हरसंभव सहयोग का भरोसा देते हैं। इस कदम से दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे।” उन्होंने उम्मीद जताई कि दूतावास के दोबारा खुलने से सऊदी अरब में रह रहे अफगान लोगों की समस्याओं का समाधान जल्द हो सकेगा।
तालिबान को मान्यता का सवाल
गौरतलब है कि अब तक दुनिया का कोई भी देश तालिबान को अफगानिस्तान के आधिकारिक शासक के रूप में मान्यता नहीं देता। हालांकि, कुछ देशों ने तालिबान के साथ राजनयिक संबंध बनाए हुए हैं।
सऊदी अरब के इस कदम को दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा देने के रूप में देखा जा रहा है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस फैसले का क्षेत्रीय राजनीति पर क्या असर पड़ेगा।
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