Saudi: सऊदी अरब के आंतरिक मंत्रालय ने रविवार, 22 दिसंबर को घोषणा की कि आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में दो नागरिकों को फांसी दी गई। यह सज़ा राजधानी रियाद में दी गई, जो सऊदी के सख्त आतंकवाद विरोधी कानूनों का हिस्सा है।
क्या था मामला?
दोनों दोषियों, अहमद बिन सालेह बिन अब्दुल्ला अल-काबी और एड बिन हेल बिन हिंदी अल-एनेजी पर अपने देश के साथ विश्वासघात करने, आतंकवादी संगठनों में शामिल होने और उनके लिए काम करने का आरोप था। उन्होंने हथियार और गोला-बारूद छिपाकर आतंकवाद को बढ़ावा देने का काम किया।
जांच में यह सामने आया कि दोनों ने एक आतंकवादी संगठन के सदस्य के खेत में हथियार छुपाए थे। इन हथियारों का उद्देश्य “देश में अस्थिरता फैलाना और शांति भंग करना” था।
अदालत की प्रक्रिया
दोषियों को लोक अभियोजन के पास भेजा गया, जहां उनके खिलाफ आरोप साबित हुए। अदालत ने उनकी हरकतों को देश की सुरक्षा के खिलाफ पाया और उन्हें मौत की सजा सुनाई। उनके मामलों की अपील और सुप्रीम कोर्ट में भी पुष्टि की गई, जिसके बाद यह सजा लागू की गई।
सऊदी का सख्त रुख
सऊदी अरब ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए कहा कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। यह घटना इसी सख्त रुख का एक उदाहरण है।