Saudi Arab: भारत के बांसी कोतवाली क्षेत्र के सिसहनिया गांव के रहने वाले 28 साल के शिवम विश्वकर्मा की 25 दिन पहले सऊदी अरब में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गुरुवार की रात जब उसका शव घर पहुंचा, तो पूरे परिवार में मातम छा गया। परिवार के लोग शव से लिपटकर बिलखने लगे, जिससे वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं।
सऊदी अरब में काम करता था शिवम
शिवम, जगदीश प्रसाद विश्वकर्मा के चार बच्चों में सबसे बड़ा बेटा था। वह सऊदी अरब की राजधानी रियाद में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर काम करता था। 3 दिसंबर को अचानक उसकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई।
कानूनी प्रक्रिया के बाद शव घर पहुंचा
मौत के बाद सऊदी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू की। सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद गुरुवार को शिवम का शव उसके गांव लाया गया। जैसे ही शव घर पहुंचा, परिवार में कोहराम मच गया।
परिवार का सहारा था शिवम
शिवम अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला था। उसने अभी शादी भी नहीं की थी। उसकी मौत से परिवार टूट गया है, और अब हर कोई गहरे सदमे में है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि परिवार के सदस्यों की चीखें सुनकर हर किसी की आंखें भर आईं।
गांव में शोक का माहौल
शिवम की मौत ने न केवल उसके परिवार, बल्कि पूरे गांव को गमगीन कर दिया है। लोग उसके परिवार को सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं।