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Nuh Violence Reason: आखिर नूंह में क्यों भड़की हिंसा, किसने रची साजिश, जाने पूरी कहानी

Anjali Kumari
5 Min Read
Nuh Violence

Nuh Violence Reason: हरियाणा के नूंह में हिंदू संगठनों की शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों में हुई हिंसा और पत्थरबाजी के बाद कई जिलों में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. जिसके बाद नूंह में दो दिन के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। हालत हाथ से निकलते जा रहें हैं. शासन द्वारा हालात पर काबू पाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. हालात को कण्ट्रोल करने के लिए पैरामिलिट्री की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। वहीँ राजस्थान के भरतपुर में भी अलर्ट जारी किया गया है। कोई भी गलत जानकारी ना फैले इसीलिए यहां के 4 इलाकों में भी इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इलाके में शांति बनाने के लिए गुरुग्राम और फरीदाबाद में धारा 144 लागू की गयी  है.

ऐसे शुरू हुई हिंसा

विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में हिंदू संगठनों का ब्रज मंडल यात्रा निकालने का कार्यक्रम फिक्स था। यह यात्रा नूंह के नल्हड़ स्थित नलहरेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के बाद बड़कली चौक से होती हुई फिरोजपुर-झिरका के पांडवकालीन शिव मंदिर और पुन्हाना के सिंगार के राधा कृष्ण मंदिर तक जानेवाली थी.

पुलिस के अनुसार , यात्रा शुरू हुई जो कि दोपहर एक बजे तक बड़कली चौक पर पहुंची जहाँ समुदाय विशेष के लोगों ने नारेबाजी करते पथराव शुरू कर दिया। पथराव के चलते लोग इधर से उधर भागने लगे जिसके चलते यात्रा में भगदड़ मच गई।  इसी दौरान कुछ उपद्रवियों ने गाड़ियों को पलटते हुए आग लगा दी।

आपको बता दे यह पूरी घटना के दौरान पुलिस मौजूद थे. पुलिस के सामने ही सड़क से गुजर रहे वाहनों पर पथराव होता रहा। घटना कि भयानकता को देखते हुए कुछ लोग वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर मदद मांगते दिखे। आपको बता दें यह यात्रा हर साल होती है लेकिन पहली बार ऐसी भयानक हिंसा हुई है।

Nuh Violence Reason क्यों हुई नुह हिंसा

मोनू मानेसर ने जारी किया वीडियो

राजस्थान के भरतपुर के नासिर-जुनैद हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोनू मानेसर यात्रा को लेकर एक दिन पहले सोशल मीडिया पर एक विडियो पोस्ट किया था. इस विडियो में उसने अपील की थी कि ‘यात्रा में सभी बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। नूंह के सभी मंदिरों में ज्यादा से ज्यादा संख्या में जाएं। उसने मैं खुद यात्रा में शामिल रहूंगा। हमारी टीम भी शामिल होगी।’ इसके बाद पुलिस को अलर्ट किया गया था।

विडियो जारी होने के बाद इलाके के लोगों ने इस पर गुस्सा जताया। मोनू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी गई थी। हालांकि मोनू मानेसर इस यात्रा में शामिल नहीं हुआ था।

मोनू का विडियो बना कारण

मोनू मानेसर द्वारा जारी किये गये इस वीडियो के बाद दूसरे पक्ष के लोगों में गुस्सा भरा हुआ था। उन्होंने मोनू की इस वीडियो को चैलेंज माना। उनका कहना था कि मोनू मानेसर यह विडियो पोस्ट कर उन्हें उकसा रहा है. उन्होंने यात्रा से पहले ही साफ़ शब्दों में कहा था कि यदि मोनू मानेसर इस यात्रा में शामिल होता है तो वो प्रदर्शन करेंगे. ऐसे में ये कहा जा रहा है कि अगर मोनू ये वीडियो जारी नहीं करता तो शायद नूंह में ऐसे हालात पैदा नहीं होते।

मोनू मानेसर की यात्रा में शामिल होने की अफवाह

बीजेपी के जिलाध्यक्ष गार्गी कक्कड़ द्वारा इस यात्रा को हरी झंडी दिखाकर गुरुग्राम से रवाना किया गया था। पहले से ही प्रदर्शन कि सम्भावना थी जिसके चलते यात्रा के साथ पहले से ही  पुलिस की एक टुकड़ी तैनात की गई थी। मगर नूंह के खेड़ला मोड़ के पास लोगों के एक समूह ने इस यात्रा को रोक दिया। जुलूस पर पत्थर फेंके गए। कुछ ही देर बाद कारों में भी आग लगा दी गई। लोगों को लगा की मोनू मानेसर भी इस यात्रा में शामिल हुआ है। मानू की यात्रा में शामिल होने की अफवाह फैलने के बाद हिंसा और भड़क गई।

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Anjali Kumari is an accomplished gadget and entertainment journalist, with a successful four-year track record. Known for her insightful content, and adhering to Google's Expertise, Authoritativeness, and Trustworthiness (E-A-T) policy, Anjali has made a name for herself in the journalism industry. Her work illuminates complex trends in the gadget and entertainment sectors, offering her readers valuable insights. An award-winning journalist, she has been recognized for her dedication and professionalism in her craft. Anjali holds a journalism degree from a renowned university, an educational background that has honed her ability to convey intricate concepts in a comprehensible, engaging manner. Through her work, Anjali effectively bridges the gap between complex technology and her audience, reflecting her passion for knowledge dissemination and commitment to upholding the standards of journalism.