Delhi Airport roof collapse: आज सुबह-सुबह एक बड़े हादसे की खबर सामने आई है. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर करीब 5 बजे टर्मिनल-1 पर एक बड़ा हादसा हो गया. जिसमें एक व्यक्ति की जान भी चली गयी. दिल्ली में भारी बारिश के चलते टर्मिनल की छत नीचे खड़ी गाड़ियों पर आ गिरी और कई लोग उसमें दब गए. हादसे में चार लोग घायल हो गए. वहीँ एक व्यक्ति की मौत भी हो गयी. घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. मौके पर पुलिस के अलावा फायर ब्रिगेड की टीम भी पहुंची हुई है. कई उड़ानें देरी से चल रही हैं।
यात्रियों ने बताया कि एयरपोर्ट पहुंचने पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है। इस घटना से टैक्सी समेत कई वाहन छत के नीचे दब गए हैं। जिन्हें निकालने का काम शुरू कर दिया गया है।
कैसे हुआ हादसा?
यह हादसा सुबह 5.30 बजे का है. अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार, हादसा बारिश के चलते छत की शीट नीचे गिरने से हुई है. पीटीआई के मुताबिक, छत की शीट के एक हिस्से के साथ उन्हें सपोर्ट देने वाले लोहे के कुछ बीम भी नीचे आ गिरे. ये मलबा टर्मिनल में खड़ी कारों समेत टैक्सियों पर गिर गया जिसके चलते उनमें बैठे कुछ लोग फंस गए. अधिकारियों ने बताया कि छत की शीट के अलावा सपोर्ट बीम भी गिर गए, जिससे टर्मिनल के पिक-अप और ड्रॉप क्षेत्र में खड़ी कारों को क्षति पहुंची.
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री का बयान
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु. (Ram Mohan Naidu Kinjarapu) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि “मैं व्यक्तिगत रूप से दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल वन की छत गिरने की घटना की निगरानी कर रहा हूं। घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है। इसके साथ ही एयरलाइनों को टी1 पर सभी प्रभावित यात्रियों की सहायता करने की सलाह दी गई है। घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है। राहत और बचाव अभियान अभी भी जारी है। इस हादसे की तस्वीरें भी सामने आई हैं। जिनमें टर्मिनल की भारी भरकम छत वाहनों के ऊपर गिरी हुई है। वहीं कार में बैठे लोग भी इससे दब गए हैं। उन्हें बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया है।”
सुबह से हो रही बारिश
दिल्ली एयरपोर्ट अथारिटी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “आज सुबह से हो रही भारी बारिश के कारण दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 के पुराने प्रस्थान प्रांगण में छत का एक हिस्सा सुबह करीब पांच बजे गिर गया. कुछ लोगों के घायल होने की खबर है और आपातकालीन कर्मी प्रभावित लोगों को सभी आवश्यक सहायता और चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं.”