Adhar Card Virtual ID: आज के समय में हर भारतीय नागरिक के लिए आधार सबसे महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज़ों में से एक है. इसके बिना कोई भी काम होना संभव नहीं है। हर छोटी सी छोटी चीजों के लिए Aadhar Card की मांग की जाती है. Adhar Card में हमारी सारी जानकारी जैसे- नाम, पता, जन्मतिथि के साथ साथ बायोमैट्रिक डिटेल्स भी इसमें शामिल होती है. आधार कार्ड के बिना कोई काम होना असम्भव है. लेकिन आधार कार्ड को हर जगह लेकर घूमने में इसके खो जाने का डर बना रहता है . UIDAI इससे बचने के लिए एक उपाय बताया है, जिसके बाद आपके आधार का कोई गलत इस्तेमाल नहीं कर पायेगा.
अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि क्या ऐसा कोई उपाय है जिससे इस समस्या से निजात मिले, तो जी बिलकुल, इसके लिए आप वर्चुअल आधार को जेनरेट कर सकते है. वर्चुअल आधार होने पर आपको Adhar Card लेकर घुमने कि जरूरत नहीं होगी.
UIDAI जारी करता है Virtual ID
इस समस्या से राहत पाने का तरीका है कि वर्चुअल आधार को जेनरेट कर लिया जाए. आपको बता दे, वर्चुअल आधार भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा ही जारी किया जाता है लेकिन बहुत से लोगों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती है. हालाँकि आधार वर्चुअल आईडी के कई फायदे है.
Adhar Card क्या है आधार वर्चुअल आईडी
वर्चुअल आईडी को वीआईडी के नाम से भी जाना जाता है. यह आपके आधार कार्ड का ही एक तरीके का विकल्प है. वीआईडी 16 डिजिट का नंबर होता है जिसे आधार के नंबर के साथ मैप किया जाता है. इसका उपयोग आधार वेरिफिकेशन के लिए किया जा सकता है. प्राइवेट और सरकारी दोनों संगठनों में अपने e-KYC पूरा करने के लिए आधार कि जगह इसी का उपयोग कर काम करा सकते हैं. इसे UIDAI वेबसाइट से बनाया जा सकता है. इसे बनाने के लिए आपके पास आधार कार्ड होना आवश्यक है, एक आधार कार्ड के लिए एक ही वर्चुअल आईडी जनरेट कि जा सकती है. यूजर जितनी बार चाहे उतनी बार इसको जेनरेट कर सकता है. ये कोड कम से कम एक दिन के लिए मान्य होता है. लेकिन जब तक यूजर दूसरा कोड जेनरेट नहीं करता, तब तक पहले वाला कोड वैध रहता है.
वर्चुअल आईडी के फायदे
आधार की सुरक्षा और व्यक्तिगत जानकारी को लीक होने से बचाने के लिए UIDAI ने वर्चुअल आईडी का आप्शन दिया गया है. Adhar Card में हमारी सारी जानकारी जैसे- नाम, पता, जन्मतिथि के साथ साथ बायोमैट्रिक डिटेल्स भी इसमें शामिल होती है. जिसके चलते इसका गलत इस्तेमाल होने का खतरा बना रहता है. इसे Secure करने के लिए आप वर्चुअल आईडी का उपयोग कर सकते हैं.
जब यूजर आधार के बजाय अपना वर्चुअल आईडी किसी को एजेंसी या फर्म को देते हैं, तो एजेंसी आवेदक का आधार नंबर प्राप्त नहीं कर सकते हैं और वेरिफिकेशन कि प्रक्रिया हमेशा की तरह ही किया जाता है. इस तरह आधार नंबर और अन्य जानकारी एजेंसी के साथ शेयर नहीं होती. ऐसे में आधार नंबर तथा अन्य जानकारी को हैक होने से बचा सकते हैं.
ऐसे करें जेनरेट
- आधार वर्चुअल आईडी को जेनरेट करने के लिए सबसे आपको पहले ऑफिशियल आईडी https://www.uidai.gov.in./ पर लॉग इन करना होगा.
- लॉग इन करने के बाद आप आधार सर्विस पर जाकर वर्चुअल आईडी पर क्लिक करें.
- क्लिक करते ही एक पेज खुलेगा, जिसमें आपको 16 अंकों का आधार नंबर और सिक्योरिटी कोड दर्ज करना होगा.
- इसके बाद सेंड ओटीपी पर क्लिक करके ओटीपी जेनरेट करें और इसे सबमिट करदें.
- ओटीपी सबमिट करने के बाद Generate VID पर क्लिक करते हैं उसके बाद आपको वर्चुअल आईडी के जेनरेट होने का मैसेज आ जाएगा.
- इसके अलावा आप MAadhar एप के जरिए भी इस आईडी को इसे जेनरेट कर सकते हैं.