UAE: दुनियाभर में मौत की सजा के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, खासकर विदेशी धरती पर फंसे भारतीयों की संख्या में इजाफा हुआ है। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में बताया कि फिलहाल 54 भारतीय नागरिकों को विदेशी अदालतों ने मौत की सजा सुनाई है।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, संयुक्त अरब अमीरात में 29 भारतीय, सऊदी अरब में 12, कुवैत में 3, और कतर में 1 भारतीय को मौत की सजा दी गई है।
निमिषा प्रिया के मामले पर सरकार की प्रतिक्रिया
सरकार से पूछा गया था कि यमन में मौत की सजा पाने वाली भारतीय महिला निमिषा प्रिया की जान बचाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। इसके जवाब में मंत्री ने बताया कि सरकार हरसंभव मदद कर रही है और विदेशों में भारतीयों के कल्याण को प्राथमिकता देती है।
भारतीय कैदियों को कैसे मदद मिलती है?
मंत्री ने बताया कि विदेशी जेलों में बंद भारतीयों की सहायता के लिए भारतीय दूतावास लगातार काम कर रहे हैं।
- जेलों का दौरा करके स्थिति की जानकारी ली जाती है।
- विदेशी अदालतों और सरकारी एजेंसियों से संपर्क कर उनकी सजा को कम करवाने की कोशिश की जाती है।
- कानूनी मदद देकर अपील या दया याचिका दायर करने में सहायता की जाती है।
विदेशी जेलों में कितने भारतीय कैदी हैं?
मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी जेलों में कुल 10,152 भारतीय कैदी बंद हैं, जिनमें से 2,684 विचाराधीन कैदी हैं यानी उनका मुकदमा अभी चल रहा है।
सरकार का कहना है कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और सहायता के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं ताकि उनकी सजा को कम कराया जा सके या उन्हें रिहा करवाया जा सके।