UAE: संयुक्त अरब अमीरात और भारतीय अधिकारियों ने मिलकर एक भारतीय परिवार की मदद की, जिससे वे अपने प्रियजन की आखिरी इच्छा पूरी कर सकें। 85 वर्षीय हेमचंद चतुर्भुज दास गांधी, जो छह दशकों से दुबई में रह रहे थे, उनका मुंबई में निधन हो गया। उनकी इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार दुबई में किया जाए, और अब उनके परिवार ने इसे संभव बना दिया है।
इस वजह से हुई मौत
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हेमचंद गांधी दुबई स्थित एमएच ग्रुप के संस्थापक थे। वह अपने गृहनगर मुंबई की छोटी यात्रा पर गए थे, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया। उनके बेटे मनीष गांधी ने बताया कि उनके पिता स्वस्थ थे और सोमवार की रात उन्होंने बाहर डिनर भी किया था। लेकिन मंगलवार सुबह अचानक उन्हें हार्ट अटैक आया, और उन्हें बचाया नहीं जा सका।
हेमचंद गांधी की आखिरी इच्छा को पूरा करने के लिए उनके पार्थिव शरीर को दुबई लाना आसान नहीं था। मनीष ने बताया कि भारत से यूएई में शव लाने का कोई तय प्रोटोकॉल नहीं था, इसलिए उन्हें कई मंजूरियाँ लेनी पड़ीं। लेकिन भारतीय और दुबई के अधिकारियों के सहयोग से दो दिनों में सभी जरूरी अनुमतियाँ मिल गईं।
दुबई से था गहरा लगाव
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भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता नसीर वतनपल्ली ने कहा कि यह पहली बार है जब उन्होंने किसी भारतीय का शव अंतिम संस्कार के लिए दुबई लाते हुए देखा है। उन्होंने कहा कि यह हेमचंद गांधी के दुबई से गहरे लगाव को दर्शाता है।
हेमचंद गांधी का अंतिम संस्कार जेबेल अली के न्यू सोनापुर श्मशान घाट में किया जाएगा। इस प्रक्रिया के लिए मुंबई पुलिस, महाराष्ट्र सरकार, भारतीय और यूएई वाणिज्य दूतावास, दुबई पुलिस और दुबई नगर पालिका सहित कई विभागों से मंजूरी ली गई। परिवार ने सभी अधिकारियों और सहयोगियों का आभार जताया, जिन्होंने हेमचंद गांधी की आखिरी इच्छा पूरी करने में मदद की।