Sharjah News: एक 42 वर्षीय भारतीय व्यक्ति को गल्फ कंट्री से डिपोर्ट कर दिया गया है। एक 42 वर्षीय भारतीय जो की uae में नौकरी की तलाश में था उसे UAE से deport कर दिया गया। दरअसल वो व्यक्ति fake पासपोर्ट का इस्तेमला कर रहा था। । पुलिस के अनुसार, मामले में शिकायतकर्ता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात एक सहायक केंद्रीय खुफिया अधिकारी है।
2007 में एक पेंटर की नौकरी
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मंगलवार को, ओम जीत नामक एक यात्री को शिकायतकर्ता के समक्ष पेश किया गया, क्योंकि उसे शारजाह आव्रजन प्राधिकरण द्वारा निर्वासित किया गया था। निर्वासित दस्तावेज में निर्वासन का कारण “ब्लैकलिस्टेड निर्वासित यात्री” लिखा था।
यात्री से पूछताछ में पता चला कि वह 2007 में एक पेंटर की नौकरी के लिए शारजाह गया था। उसका अपने नियोक्ता से झगड़ा हुआ था, जिसने उससे बहुत अधिक काम करवाया और उसे अन्य काम भी सौंपे। जीत आखिरकार अपने काम की जगह से भाग गया, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे पकड़ लिया और जेल भेज दिया।
भारत वापस भेज दिया गया
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इसके बाद उसे 2009 में भारत वापस भेज दिया गया, लेकिन वह काम के सिलसिले में फिर से शारजाह जाना चाहता था। शिकायत में कहा गया है कि आरोपी जानता था कि वह उसी पासपोर्ट का इस्तेमाल करके दोबारा यूएई नहीं जा सकता। इसलिए, एक एजेंट की मदद से उसने सहायक दस्तावेजों में अपना नाम, पता और माता-पिता के नाम बदलकर लखनऊ में नया पासपोर्ट बनवाया।
जीत ने अमान्य पासपोर्ट का इस्तेमाल किया और सोमवार को शारजाह चला गया। सहार पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है।