Dubai: दुबई में इनकम टैक्स नहीं, फिर सरकार पैसा कैसे कमाती है?

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Dubai: हाल ही में वित्त मंत्री ने 12 लाख रुपये तक की आमदनी को टैक्स फ्री कर दिया है, जिससे इनकम टैक्स को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इसी बीच, दुबई की टैक्स-फ्रेंडली पॉलिसी हमेशा लोगों को आकर्षित करती है। यहाँ कोई पर्सनल इनकम टैक्स नहीं लगता, फिर भी सरकार अच्छी कमाई करती है। आइए जानते हैं कैसे!

क्या दुबई में इनकम टैक्स देना पड़ता है?

नहीं! दुबई में आपकी सैलरी पर कोई टैक्स नहीं लगता, चाहे आप लोकल नागरिक हों या प्रवासी। इससे लोगों की सेविंग ज्यादा होती है और वे अपनी कमाई को निवेश करने में सक्षम होते हैं। यही कारण है कि दुनियाभर के टैलेंटेड प्रोफेशनल्स दुबई में बसना पसंद करते हैं।

बिना इनकम टैक्स सरकार पैसा कैसे कमाती है?

दुबई में पर्सनल इनकम टैक्स नहीं है, लेकिन बिजनेस और कंपनियों पर टैक्स लगता है। 2023 में UAE ने 9% का कॉरपोरेट टैक्स लागू किया, जो उन कंपनियों पर लागू होता है जिनका मुनाफा 83 लाख रुपये (AED 3,75,000) से ज्यादा है।

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कुछ इंडस्ट्रीज के लिए अलग टैक्स रेट:

  • तेल कंपनियों को 55% से 85% तक टैक्स देना पड़ता है।
  • विदेशी बैंकों पर 20% फ्लैट टैक्स लागू है।
  • स्टार्टअप और छोटे बिजनेस, जिनकी इनकम 83 लाख रुपये से कम है, उन्हें कोई टैक्स नहीं देना पड़ता।

दूसरे टैक्स और शुल्क:

  1. वैट (VAT) – 2018 में लागू हुआ 5% टैक्स, जो अधिकतर सामान और सेवाओं पर लगता है।
  2. म्यूनिसिपल टैक्स – बिजली-पानी के बिल और प्रॉपर्टी पर हल्का टैक्स लगता है।
  3. टूरिज्म टैक्स – होटल, रेस्टोरेंट और अन्य टूरिस्ट सर्विसेज पर टैक्स लागू है।

डबल टैक्सेशन एग्रीमेंट्स (DTA)

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दुबई ने 100 से ज्यादा देशों के साथ डबल टैक्सेशन एग्रीमेंट किया है, जिससे किसी व्यक्ति या बिजनेस को एक ही आय पर दो बार टैक्स नहीं देना पड़ता। इसका फायदा भारत, अमेरिका और UK जैसे देशों के प्रवासियों को होता है। UAE का टैक्स रेजिडेंसी सर्टिफिकेट (TRC) लेकर लोग अपने होम कंट्री में टैक्स से बच सकते हैं।

दुबई में इनकम टैक्स क्यों नहीं है?

दुबई की इकोनॉमी बिना इनकम टैक्स के भी शानदार तरीके से चलती है। इसके पीछे कई बड़े कारण हैं:

  • तेल और गैस इंडस्ट्री – सरकार की कमाई का बड़ा स्रोत।
  • पर्यटन और रियल एस्टेट – दुबई का आलीशान टूरिज्म और ऊँची इमारतें सरकार को अच्छा राजस्व देती हैं।
  • बिजनेस हब – दुनियाभर की बड़ी कंपनियां यहां अपना ऑफिस खोलती हैं, जिससे सरकार को अच्छा रेवेन्यू मिलता है।

दुबई की टैक्स-फ्री पॉलिसी इसे दुनिया के सबसे बेहतरीन बिजनेस और जॉब डेस्टिनेशन में शामिल करती है। यही कारण है कि लोग यहां आकर बसना और इन्वेस्ट करना पसंद करते हैं।